नई दिल्ली
चीन के वुहान से देश लौटने वाले भारतीयों की जांच के लिए सेना ने बड़ी तैयारी की है। आईटीबीपी ने भी दिल्ली में ऐसी तैयारी की है, जहां 600 लोगों के इलाज के लिए अलग से विस्तर की व्यवस्था रहेगी। सेना ने हरियाणा के मानेसर में एक केंद्र बनाया है, जहां चीन से आए लोगों पर निगरानी रखी जाएगी। पहले यात्रियों की हवाईअड्डे पर जांच की जाएगी और उसके बाद उन्हें मानेसर स्थित केंद्र में लाया जाएगा। अगर किसी के करॉना वायरस से ग्रसित होने की आशंका होगी तो उसे दिल्ली कैंट स्थित अस्पताल में बने एक अलग वॉर्ड में शिफ्ट किया जाएगा।
वुहान में 600 से ज्यादा भारतीय फंसे हुए हैं
बता दें कि वुहान में करीब 600 भारतीय फंसे हुए हैं और उन्होंने सरकार से वहां से निकालने की अपील की थी। भारत ने वुहान में फंसे लोगों को निकालने के लिए एयर इंडिया की बी 747 विमान को रवाना भी कर दिया है। 423 सीटों वाले इस विमान के साथ स्वास्थ्य विशेषज्ञों का एक दल भी गया है।
सेना के विशेषज्ञ रखेंगे नजर
सेना द्वारा बनाई गए इस केंद्र में वुहान से आए छात्रों की कुछ हफ्ते विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा निगरानी की जाएगी। भारतीय सेना ने बताया कि हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद पहले छात्रों की स्क्रीनिंग होगी और अगर किसी के इस वायरस से ग्रसित होने की आशंका होगी तो उसे सेना के अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।
करॉना वायरस के कारण अबतक 200 से ज्यादा की मौत
बता दें कि करॉना वायरस के संक्रमण से पूरी दुनिया में खौफ का माहौल है। विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि करॉना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन के यूबेई प्रांत में 600 से ज्यादा भारतीयों ने वहां से निकलने के लिए संपर्क किया है। चीन में अब तक करॉना ने 213 लोगों की जान ले ली है और अब तक 10,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं।