भागलपुर
भागलपुर जिले में स्वीकृत पुलिसकर्मियों के पदों में संसोधन कर बल की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। बिहार में आबादी के मानक के अनुसार पहले से ही सैकड़ों पुलिसकर्मी व अधिकारी के पद खाली पड़े हैं। दिसंबर, 2019 तक मौजूदा पुलिस बल की संख्या को दर्शाते हुए एसएसपी ने पत्र लिखा है।
सूबे के अन्य जिले के मुकाबले भागलपुर में करीब आठ सौ पुलिस पदाधिकारी व बल की कमी है। बढ़ रही आबादी के बाद भी पांच साल से जिले के स्वीकृत पदों में संसोधन नहीं किया गया है। इससे विधि- व्यवस्था से लेकर क्राइम कंट्रोल में पुलिसकर्मियों को परेशानी हो रही है। पूर्वी बिहार और कोसी के जिले के मुकाबले भागलपुर में जाम और ट्रैफिक की भी बड़ी समस्या है। 20 जनवरी को भागलपुर दौरे पर आए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को भी पुलिसकर्मियों की कमी से अवगत कराया गया था। ट्रैफिक के लिए स्वीकृत 35 पुलिसकर्मियों के मुकाबले दो सौ जवान और 10 अफसरों को ट्रैफिक डयूटी में लगाया जा रहा है। पुलिसकर्मियों की कमी के कारण गश्ती पर असर पड़ रहा है।
तीन सहायक व एक टीओपी खोले गए
विधि- व्यवस्था कंट्रोल करने के लिए पीरपैंती थाना सहायक बाखरपुर, जगदीशपुर थाना के अधीन बायपास और ट्रैफिक थाना के अधीन विक्रमशिला यातायात टीओ का सृजन किया गया है, लेकिन इसके लिए मुख्यालय स्तर से पुलिस बल की स्वीकृति नहीं मिली है। जिले के कोटे से अफसर और पुलिस बल की इन थानों में तैनाती की गई है। तीनों थाने और बल में संसोधन के लिए 200 पुलिस बल की संख्या बढ़ाने की मांग की गई है। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस के पद में संसोधन कर ढाई सौ अफसर और जवानों की मांग की गई है।
नई बहाली से पुलिसबल की कमी होगी दूर
सूबे में पुलिस बल की कमी को देखते हुए 10 हजार जवानों की जल्द भर्ती होने वाली है। अधिकारी का कहना है नई भर्ती से पुलिस बल की कमी दूर होगी। साथ ही ट्रेनिंग समाप्त होने के बाद सब इंस्पेक्टर के खाली पदों को भरा जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने जिले में पुलिसकर्मियों के खाली पदों के संबंध में प्रस्ताव मांगा था। जनवरी के प्रथम सप्ताह में मुख्यालय को रिक्तियां भेज दी गई हैं।
जिले में पुलिसकर्मियों और अफसरों की भारी कमी है। रिक्तियों को भरने के लिए पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा गया है। साथ ही आबादी के हिसाब से स्वीकृत पदों भी संसोधन किया जाएगा। – आशीष भारती, एसएसपी, भागलपुर