रायपुर
धार्मिक न्यास और धर्मस्व मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने रायपुर स्थित निवास कार्यालय में राजिम माघी पुन्नी मेला समिति की बैठक लेकर मेला की तैयारियांे की समीक्षा की। उन्होंने राजिम त्रिवेणी में हर साल माघ पूर्णिमा से शुरू होकर महाशिवरात्रि तक चलने वाले धार्मिक आयोजन को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप उसके मूल स्वरूप में मेला के रूप में पूरी भव्यता के साथ आयोजित करने मेला समिति को निर्देश दिए। राजिम माघी पुन्नी मेला का शुभारंभ 9 फरवरी से शुरू होकर 21 फरवरी तक चलेगा।
बैठक मेें मेला के शुभारंभ और समापन तथा मेला अवधि में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा हुई। धर्मस्व मंत्री ने कहा कि मेला से संबंधित पिछले अनुभवों के आधार पर मेला और बेहतर कैसे किया जा सकता है, यदि पिछले आयोजन में कोई कमी या समस्या रही हो, उसे ठीक किया जाए। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में कोई कमी न हो। श्री साहू ने मुख्य मंच, लोक कला मंच, संत समागम के साथ ही दालभात केन्द्र, पेयजल, चिकित्सा, छाया के लिए शेड तथा प्रसाधन की व्यवस्था पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि राजिम लोचन भगवान के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों को घंटों लाइन लगाना नहीं पड़े इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर में प्रवेश एवं निकासी की समुचित व्यवस्था करें। धर्मस्व मंत्री ने कहा कि राजिम मेला में छत्तीसगढ़ के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलांे- डोेंगरगढ़, दंतेश्वरी, महामाया, बिलाईमाता आदि की छाया चित्र लगाए, ताकि श्रद्धालु एक ही स्थान पर देवी-देवताओं का दर्शन कर सके। उन्होंने मेला के व्यापक प्रचार-प्रसार के भी निर्देश दिए।
बैठक में मेला के शुभारंभ, समापन तथा मेला अवधि में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों-पंच-सरपंच सम्मेलन, किसान सम्मेलन, आदिवासी सम्मेलन, युवा महोत्सव, सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजनों के लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मंत्रीगण एवं जनप्रतिनिधियों को शामिल करने तथा आमंत्रण पत्र सहित मेला से संबंधित सभी आवश्यक तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक में रायपुर संभाग के कमिश्नर श्री जी.आर. चुरेन्द्र, गरियाबंद कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक श्री एम.आर. अहिरे, मेला समिति के सदस्य श्री गिरीश बिस्सा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।