इंदौर
इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट (INDORE METRO PROJECT) को हरी झंडी मिलने के बाद अब काम शुरू होने वाला है. केंद्र ने इंदौर के मेट्रो प्रोजेक्ट को फाइनल मंज़ूरी दे दी है. CM कमलनाथ(CM KAMALNATH) इसी महीने की 14 तारीख को प्रोजेक्ट की आधार शिला रखेंगे. उसके बाद काम शुरू हो जाएगा. पहले फेज में 32 किमी का ट्रैक बिछाया जाएगा जो शहर के बड़े इलाके को जोड़ेगा.2022 के अंत तक मेट्रो ट्रेन पटरियों के पर दौैड़ने लगेगी.
पिछले 5 साल से काग़ज़ों पर दौड़ रही इंदौर मेट्रो रेल अब जल्द ही पटरी पर नज़र आएगी. केंद्रीय मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिलने के बाद मेट्रो रेल का काम आगे बढ़ने वाला है. इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में तकरीबन 32 किलोमीटर की रिंग लाइन बनेगी. मेट्रो की ये लाइन शहर के बंगाली चौराहा से शुरू होकर विजयनगर, भौंरासला, एयरपोर्ट होते हुए पलासिया तक जाएगी. पहले फेज के इस काम पर साढ़े सात हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे.
मेट्रो के काम में पैसे की कमी आड़े ना आए और कोई और अड़चन ना हो इसलिए प्रदेश सरकार ने एक हाईपावर कमेटी भी बना दी है. प्रदेश सरकार भूमि अधिग्रहण और पुनर्वास में आने वाला पूरा खर्च उठाएगी. प्रोजेक्ट में केन्द्र और राज्य की हिस्सेदारी बीस बीस फीसदी रहेगी बाकी 60 प्रतिशत रकम अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं से ऋण के रूप में ली जाएगी. इस ऋण की गारंटी मध्यप्रदेश सरकार देगी. मेट्रों प्रोजेक्ट के लिए एशियन डेवलपमेंट बैंक और न्यू डेवलपमेंट बैंक से लोन लिया जाएगा.
इंदौर की जनसंख्या करीब 35 लाख है. मेट्रो ट्रेन शुरू होने से लोगों की आवाजाही आसान होगी साथ ही रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा. मेट्रो ट्रेन कर्मचारियों,छात्रों और पर्यटकों के लिए ख़ासतौर से सुविधाजनक है.एजुकेशन हब बनते जा रहे इंदौर में मेट्रो रेल चलने से हजारों छात्रों को सिटी बसों में सफर से मुक्ति मिलेगी जिससे उनके समय की बचत के साथ ही आवागमन की असुविधा भी दूर हो जाएगी.