नई दिल्ली
2012-13 के बजट में जहां लोगों के लिए आयकर की छूट सीमा बढ़ाई गई तो वहीं दूसरी तरफ रिट्रोसपेक्टिव टैक्स में भी कुछ बदलाव लाया गया। जबकि, विदेश निवेशकों को भारतीय बॉण्ड मार्केट में आने की इजाजत दी गई। आइये जानते हैं बजट से जुड़ी खास बातें-
1 वोडाफोन जैसे मामलों के लिए पूर्व प्रभावी के साथ टैक्स लॉ (रिट्रोसपेक्टिव टैक्स लॉ) में परिवर्तन लाया गया। इसके बाद दो विदेशी कंपनियां अपने शेयर को ट्रांसफर कर भारत में मालिकाना बदल सकती है।
2 क्वालिफाइड फॉरेन इन्वेस्टर्स (क्यूएफआई) को इंडियन कॉर्पोरेट बॉण्ड मार्केट में इजाजत दी गई।
3 आयकर छूट की सीमा 1.8 लाख रूपये से बढ़ाकर 2 लाख रूपये की गई।
4 काले धन को लेकर कदम उठाए गए। जिसमें 16 वर्षों तक के एसेसमेंट की री-ओपनिंग और विदेशों में जमा काले धन को लेकर अनिवार्य रूप से रिपोर्टिंग शामिल था।
5 निगेटिव लिस्ट के आधार पर सर्विस टैक्स लगाया गया।
6 साल 2012-13 में सकल घरेलू उत्पाद पर केन्द्रीय सब्सिडी को 2 फीसदी किया गया और अगले तीन वर्षों में इसे 1.75 करने का लक्ष्य रखा गया।