खेल

रात में था 102° बुखार, मैदान पर उतरते ही सहवाग के अंदाज जड़ा तूफानी तिहरा शतक

 
मुंबई

यूपी के खिलाफ मैच खत्म होने के बाद सरफराज ने खुलासा किया कि सोमवार रात को उन्हें 102 डिग्री बुखार था। इसके बावजूद उन्होंने सहवाग के अंदाज में बैटिंग की और छक्के से ट्रिपल सेंचुरी पूरी की। उन्होंने कहा, 'मेरी तबियत 2-3 दिन से खराब ही थी। फिर भी टीम हित के लिए मुझे लगा कि अगर मैं मैदान पर उतरा और एक छोर पर टिका रहा तो मैच का पलड़ा हमारी तरफ झुक सकता है। दूसरे दिन की तुलना में तीसरे दिन तबीयत थोड़ी सी ठीक थी लेकिन लंच के बाद फिर बुखार आ गया लेकिन मैंने हार नहीं मानी और टीम के लिए मैदान पर टिका रहा।'

वानखेड़े में ट्रिपल सेंचुरी जड़ने के ऐहसास के बारे में पूछे जाने पर कहा, 'बगल में ही आजाद मैदान है जहां मैंने अपनी आधी जिंदगी क्रिकेट खेलकर गुजारी है। मैं जब भी वानखेड़े स्टेडियम को देखता था तो मैं सोचता था कि एक दिन ऐसा भी आएगा कि एक दिन लोग मुझे इस मैदान में जोर-जोर से चियर करेंगे। आज वह दिन आ भी गया। हालांकि मुझे ऐसा नहीं लगा था कि ट्रिपल सेंचुरी बना पाऊंगा।’

मुंबई के पिछले. ट्रिपल सेंचुरियन थे रोहित
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में छठे नंबर पर खेलते हुए किसी प्रथम श्रेणी बल्लेबाज ने सिर्फ तीसरी बार तिहरा शतक जड़ा है। रणजी ट्राफी के इतिहास में वह करुण नायर के बाद छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज हैं। सरफराज से पहले मुंबई की ओर से पिछला तिहरा शतक दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा (2009 में 309 रन) ने जड़ा था।

29 साल बाद
रणजी ट्रोफी में ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले मुंबई के कुल 8वें बल्लेबाज बने हैं सरफराज। उन्होंने जिस वानखेड़े स्टेडियम में नॉटआउट 301 रन की पारी खेली, उस मैदान में 1991 के बाद यह पहला मौका है जब मुंबई के लिए किसी बल्लेबाज ने ट्रिपल सेंचुरी जड़ी। इस मैदान में ट्रिपल सेंचुरी बनाने वाले मुंबई के पिछले बल्लेबाज संजय मांजरेकर थे जिन्होंने 377 रन की कप्तानी पारी हैदराबाद के खिलाफ रणजी ट्रोफी के सेमीफाइनल मैच में खेली थी।
 

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