सहरसा
सहरसा में सीएए और एनआरसी के विरोध में 21 जनवरी की सुबह से मुस्लिम महिलाएं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गईं। धरना के दूसरे दिन बुधवार को भाषणों के बीच महिलाओं ने सीएए वापस लो, एनआरसी हमें मंजूर नहीं, आपसी भाईचारा जिंदाबाद, हमें चाहिए आजादी, संविधान बचायेंगे आदि जमकर नारेबाजी की।
हालांकि इस बीच नमाज का समय होने पर थोड़ी देर के लिए भाषण को रोक दिया गया और महिलाओं ने सामूहिक रूप से नमाज अदा की। नमाज के बाद एक बार फिर से भाषण का दौर शुरू हो गया। छोटी बच्चियों सहित बड़ी महिला तक सीएए, एनआरसी पर अपनी पूरी बात रख रही हैं। इस बीच धरनास्थल पर विभिन्न जगहों से महिलाओं को आना जारी रहा। धरना स्थल के गेट पर सड़क किनारे लगी कुर्सियों पर बैठे पुरूष भी सीएए और एनआरसी पर महिलाओं का विरोध देख रहे। इसी बीच एक ने कहा कि सुना है सुप्रीम कोर्ट ने चार हप्ते में
सरकार को रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। इसके बाद लोगों की उत्सृकता बढ़ गई और यह बातें धरना में बैठी महिलाओं तक पहुंच गई तो भाषण दे रही महिलाओं ने कहा कि जबतक मोदी सरकार ये कानून वापस नहीं लेगी हम विरोध जारी रखेंगे।