इंदौर
योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने देश की जानी मानी कंपनी रुचि सोया को 4350 करोड़ में खरीद लिया है. इस अधिग्रहण के साथ ही पतंजलि ग्रुप ने अपने व्यापार के विस्तार का पहला अभियान पूरा किया है. आचार्य बालकृष्ण रुचि सोया बोर्ड की 'कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी कमेटी' के चेयरमैन और स्वामी रामदेव इसके सदस्य होंगे.
'रुचि सोया को दिवालिया होने से बचाया'
बाबा रामदेव ने कहा कि वे रुचि सोया में 5 हजार करोड़ का निवेश करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि खाद्य तेल में भारत आत्म निर्भर हो. इससे देश की समृद्धि बढ़ेगी और करेंसी मजबूत होगी. बाबा रामदेव ने कहा कि, '36 लाख टन ऑयल प्रोडक्शन के साथ रुचि सोया कंपनी नंबर वन है. 7 से 10 करोड़ लोग रुचि सोया का तेल खाते हैं, पर कुछ तकलीफ आई और कंपनी दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई. कंपनी के साथ लाखों लोग जुड़े थे, उस भरोसे को हमने टूटने नहीं दिया.
'व्यापार नहीं समाज के लिए चैरिटी'
बाबा रामदेव ने कहा कि, 'हम 5000 करोड़ रुपये इसमें खर्च कर रहे हैं. ये केवल व्यापार के लिए नहीं बल्कि समाज के लिए और चैरिटी के लिए कर रहे हैं. अभी तक 10 हजार करोड़ रुपये की चैरिटी कर चुके हैं और आगे 1 लाख करोड़ की चैरिटी का मेरा लक्ष्य है.'
आर्थिक मोर्चे पर दी समझाइश इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन की लेक्चर मीट में बतौर विशेष अतिथि शामिल होने आए बाबा रामदेव ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि चारों तरफ आर्थिक मंदी के स्वर हैं, पर रोना रोने के बजाए ये सोचना होगा कि आगे कैसे बढ़ेंगे. सरकार को और कड़े निर्णय लेने होंगे, तभी देश मजबूत होगा. आज भी आर्थिक गुलामी बरकरार है.