भोपाल
MPPSC की परीक्षा में भील जन जाति पर किए गए आपत्तिजनक सवाल की जांच होगी. सरकार (Kalamnath government) ने इसका निर्देश दे दिया है. इधर संकेत मिल रहे हैं कि सरकार इस मामले में सख़्त कदम उठाने के मूड में है. उधर बीजेपी (BJP) इस मुद्दे पर लगातार हमलावर बनी हुई है. उसने सरकार पर प्रशासनिक अराजकता फैलाने का आरोप लगाया.
MP PSC की परीक्षा में भील जनजाति को शराबी और अपराधी बताने के मामले में सियासत छिड़ गई है.बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने कांग्रेस सरकार पर प्रदेश में प्रशासनिक अराजकता फैलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा प्रदेश को पश्चिम बंगाल और केरल बनाया जा रहा है. MP PSC की परीक्षा में भील समुदाय को अपराधी बताना दुर्भाग्यपूर्ण है.जिस समुदाय में टंटया भील जैसे वीर आते हैं,उस समुदाय के लिए इस तरह की टिप्पणी बेहद आपत्तिजनक है.इससे पहले महाराणा प्रताप को लेकर भी कथित टिप्पणियां हुई थीं.लेकिन दोषी लोगों पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई.बीजेपी ने सरकार से सवाल पूछा है कि इसके लिए दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई हुई है.राकेश सिंह ने भील समुदाय का अपमान करने को शर्म की बात बताया है.
अफसरों का दुरुपयोग
बीजेपी ने मंडला कलेक्टर जगदीश जटिया के सोशल मीडिया पर CAA और NRC का विरोध करने पर कहा ये सिविल आचरण संहिता का उल्लंघन है. बीजेपी ने कहा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर का इस तरह से सोशल मीडिया पर पोस्ट करना आपत्तिजनक है. कांग्रेस सरकार अपना राजनैतिक विजन पूरा करने के लिए अफसरों का इस्तेमाल कर रही है.राकेश सिंह ने कहा कि इस मामले में प्रदेश सरकार को तत्काल मंडला कलेक्टर पर कार्रवाई करना चाहिए. बीजेपी केंद्र से भी इस मामले की शिकायत करेगी.
एक्शन ले सकती है सरकार
वहीं MP PSC की परीक्षा में भील समुदाय के सवाल पर मचे सियासी बवाल के बीच राज्य सरकार ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं.प्रदेश के मंत्री सुखदेव पांसे ने कहा इस मामले की जांच के लिए संबंधितों पर कार्रवाई होगी.बहरहाल MP PSC की परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा में पूछे गये सवाल और मंडला कलेक्टर के मु्द्दे पर बीजेपी कांग्रेस सरकार पर हमलावर है.जानकारी के मुताबिक परीक्षा में भील समुदाय पर पूछे गये सवाल को लेकर सरकार अब कोई बड़ा एक्शन ले सकती है.