नई दिल्ली
हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है जहां असम की एक महिला को थाने के अंदर कपड़े उतार कर पीटा गया. जानकारी के मुताबिक 30 वर्षीय महिला यहां डीएलएफ सेक्टर-1 में मेड का काम करती है. महिला पर चोरी का आरोप लगाते हुए घर का मालिक उसे मंगलवार को थाने ले गया था जहां पुलिस ने उसे बर्बर तरीके से पीटा. यहां तक कि महिला के प्राइवेट पार्ट पर भी बेल्ट से वार किया.
घटना सामने आने के बाद गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर ने इसकी विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं. साथ ही इस मामले में 4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच की जा रही है. जिसमें डीएलएफ फेस-1 के स्टेशन ऑफिसर को लाइन हाजिर किया गया है. पीड़ित महिला के पति ने आरोप लगाया है कि पुलिस कर्मियों महिला के प्राइवेट पार्ट को भी चोटिल किया है.
नग्न कर बेरहमी से पिटाई
पति के मुताबिक जांच अधिकारी और एएसआई मधुबाला ने पीड़ित महिला को स्टेशन बुलाया जिसके बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया. पुलिसकर्मी ने इसके बाद महिला को नग्न कर उसकी बेरहरमी से पिटाई की. पीड़ित महिला पर वह जुर्म कुबूल करने का दवाब डाला जा रहा था जो उसने किया ही नहीं था. पति के मुताबिक महिला को बेल्टों से बुरी तरह पीटा गया है.
मामले सामने आने के बाद पूर्वोत्तर के कई संगठन इसके खिलाफ विरोध में उतर आए हैं. लोगों ने गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर के दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस पूरे मामले पर गुरुग्राम पुलिस के PRO का कहना है कि शिकायत आने के बाद 4 पुलिस वालों को लाइन हाजिर किया गया है. इसमें ASI मधुबाला, SHO स्वेत कुमार, हेड कॉन्स्टेबल अनिल कुमार, महिला कॉन्स्टेबल कविता के खिलाफ जांच की जा रही है.