खेल

सचिन तेंदुलकर ने नए साल पर बताया, कैसा हो अगला दशक

मुंबई
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को लगता है कि बुधवार (1 जनवरी) से शुरू हो रहा आगामी दशक बच्चों और उन्हें उनके सपनों के पूरा करने की आजादी देने वाला होना चाहिए। तेंदुलकर ने नए साल की पूर्व संध्या पर कहा, “साल 2020 और इससे शुरू होने वाला दशक बच्चों का होना चाहिए। उनके साथ समय बिताएं, प्यार दें और उन्हें गलती करने की छूट देनी चाहिए–हमें उन्हें बड़े सपनों के लिए तैयार करना चाहिए।”

उन्होंने कहा, “उनकी सेहत, पोषण और शिक्षा में सही तरह से निवेश कर हम उन्हें उनके सपने सच करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।” खेल की अहमियत पर जोर देते हुए लिटिल मास्टर ने कहा, “खेल न सिर्फ हमारे बच्चों को एक्टिव और स्वस्थ रखता है बल्कि वह इससे टीमवर्क भी सीखते हैं। हर बच्चे को जीवन के हर कदम पर समान मौके मिलने चाहिए और उनके साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए।”

दिग्गज क्रिकेट सचिन तेंदुलकर पहले भी कह चुके हैं कि वह चाहते हैं कि भारत खेलों से प्यार करने वाले देश की जगह ऐसा देश बने जो खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले। तेंदुलकर अक्सर कहते हैं, ''मैंने कई बार कहा है कि भारत खेलों से प्यार करने वाला देश है लेकिन खेल खेलने वाला नहीं। इसलिए मेरा लक्ष्य है कि भारत को खेल खेलने वाला देश बनाऊं।''
         
बल्लेबाजी के रिकॉर्डो के इस खिलाड़ी का कहना है कि बच्चों के करियर के चयन के मामले में भी अभिभावकों में बदलाव आ रहा है। उनका कहना है, ''अभिभावक अब खुले विचार के हो रहे हैं। आपके पास इतने सारे लोकप्रिय शेफ और पेशेवर नृतकों का उदाहरण है। भारत धीरे-धीरे बदल रहा है।''

तेंदुलकर कहते हैं, ''आज के दौर करियर का चुनाव सिर्फ इस बात तक सीमित नहीं है कि आप डॉक्टर बनना चाहते हैं या इंजीनियर।''

 

>

About the author

info@jansamparklife.in

Leave a Comment