भोपाल
संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ और प्रख्यात गीतकार गुलजा़र आज द संस्कार वैली स्कूल में दिव्यांग बच्चों के बीच पहुंचे। उन्होंने श्रीमती शैफाली त्रिपाठी मेहता की पुस्तक 'एक कोशिश : द स्टोरी ऑफ अरूषि' का संयुक्त रूप से विमोचन किया। पुस्तक की प्रस्तावना भी अरूषि से बहुत सालों से जुड़े गुलजा़र ने लिखी है।
कार्यक्रम में गीतकार गुलजा़र ने कहा कि अरूषि संस्था की कोशिशों की जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। उन्होंने बताया कि वे तब से इस संस्था और यहां दक्ष होने वाले बच्चों से जुड़े हैं, जब आडियो सुनकर बच्चे सुनना-बोलना और समझना सीखते थे। उन्होंने अरूषि की यात्रा में सभी से मुसाफिर बनने का आव्हान किया। उन्होंने उम्मीद जताई कि अरूषि के बच्चे भी कभी सामान्य स्कूलों में पढ़ने के लिए सक्षम हो सकेंगे।
मंत्री डॉ. साधौ ने कहा कि पुस्तक के शीर्षक के दो शब्द 'एक कोशिश…' वास्तव में दिव्यांग बच्चों के जीवन में उजाला भरने की कोशिश को बयां करते हैं। उन्होंने अरूषि संस्था के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार और समाज को इस संस्था के प्रयासों से जोड़ना होगा।
श्रीमती ज्योति अग्रवाल ने गुलजा़र का स्वागत किया और उन्हें विद्यालय परिसर का भ्रमण करवाया। अरूषि संस्था की ओर से अनिल मुद्गल ने पुस्तक के बारे में बताया कि इसमें दिव्यांगजन की जिन्दगी की कठिनाईयों और हासिल सफलता का ब्यौरा है। इस मौके पर सुधीर अग्रवाल और प्रकाशक विकास रखेजा उपस्थित थे।