भोपाल
भोपाल स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में राष्ट्रीय बालरंग महोत्सव में आज दूसरे दिन बाल कलाकारों की आकर्षक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से बच्चों का उत्साहवर्धन किया।
राष्ट्रीय लोक नृत्य की प्रतियोगिताओं के लिये प्रतिभागी बच्चों का क्रम पर्ची डालकर निर्धारित किया गया। सर्वप्रथम मध्यप्रदेश के बच्चों ने 'आयी बसंत बहारा ओढ़े गुलाबी चुनरिया' गीत पर भगोरिया नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद छत्तीसगढ़ राज्य के बच्चों ने आमजोली पर्व पर किया जाने वाला केला नृत्य प्रस्तुत किया। दादर एवं हवेली के बच्चों ने तुर थाली नृत्य प्रस्तुत किया, जो वहां पूजन के समय किया जाता है। गुजरात राज्य के बच्चों ने देवियों की आराधना पर होने वाले अंधारी नृत्य की प्रस्तुति दी। गोवा राज्य के बच्चों ने मसूर नृत्य प्रस्तुत किया, सिक्किम राज्य के बच्चों ने झाम नृत्य, आंध्र प्रदेश के बच्चों ने रेलारे चुम्बक टॉम नामक गीत पर आकर्षक प्रस्तुति दी। सिक्किम के बच्चों ने नेपाली समुदाय द्वारा किये जाने वाले लोक-नृत्य पर आकर्षक प्रस्तुति दी।
हिमाचल प्रदेश के बच्चों ने देवी अम्बा की स्तुति में नागरी नृत्य प्रस्तुत किया, बिहार राज्य के बच्चों ने कर्मा पूजा डांस प्रस्तुत किया। हरियाणा के बच्चों द्वारा 'स्वर्ग मेरा हरियाणा' गीत पर धमाल नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
दिल्ली के बच्चों द्वारा मणिपुर राज्य का लोक-नृत्य प्रस्तुत किया गया और तेलंगाना के बच्चों ने पावन-पर्व पर देवी माँ के सामने प्रार्थना के रूप में किया जाने वाला गुड़म नृत्य प्रस्तुत किया। चंडीगढ़ के बच्चों ने प्रसिद्ध भांगड़ा नृत्य प्रस्तुत किया और अंतिम प्रस्तुति में उत्तर प्रदेश के बच्चों ने अगहन मास में फसल कटाई पर किया जाने वाला अगहनी नृत्य प्रस्तुत किया। प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी द्वारा बालरंग पत्रिका का विमोचन किया गया।
इन सभी राज्यों की प्रस्तुतियों में से चुनी गई प्रथम पांच सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियों का समापन दिवस 21 दिसम्बर को पुन: आयोजन होगा, जिसमें से विजेता घोषित किये जायेंगे। अंतिम दिन लघु भारत प्रदर्शनी के प्रथम 10 चुने गये नृत्यों का भी प्रस्तुतिकरण होगा, साथ ही सहोदय ग्रुप के विद्यालयों की नृत्य प्रस्तुति भी होगी।
बच्चों के द्वारा समर्थ भारत प्रदर्शनी में देश की प्रगति पर केन्द्रित विभिन्न योजनाओं एवं गतिविधियों का सजीव चित्रण कर प्रदर्शन किया गया। साथ ही, लघु भारत प्रदर्शनी में वैभवशाली भारत की उड़ान थीम के अंतर्गत 23 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक धरोहर की आकर्षक प्रदर्शनी प्रस्तुत की। फूड जोन में स्कूली बच्चों द्वारा बनाये गये स्वादिष्ट व्यंजनों का सभी ने लुत्फ लिया।
21 दिसम्बर को स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी की उपस्थिति में दोपहर 2 बजे समापन समारोह होगा। डॉ. चौधरी समर्थ भारत एवं लघु भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनी एवं नृत्य तथा राष्ट्रीय लोक-नृत्य के चयनित राज्यों को पुरस्कृत करेंगे।