द्वारका
राष्ट्रपति की अनुमति मिलने के बाद नया नागरिकता संशोधन कानून लागू हो गया है। हालांकि, देशभर में इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। इसी बीच पाकिस्तान से भारत आईं हसीना बेन को भारत की नागरिकता दी गई है। बताया गया कि भारत की नागरिकता के लिए हसीना बेन से दो साल पहले आवेदन किया था लेकिन उनका आवेदन पेंडिंग में पड़ा हुआ था। अब भारत सरकार ने उनका आवेदन स्वीकार कर लिया है।
हसीना बेन को नागरिकता दिए जाने पर गुजरात के द्वारका जिले के कलक्टर डॉ. नरेंद्र कुमार मीणा ने बताया, 'हसीना बेन गुजरात के भानवाड़ तालुक में पैदा हुई थीं। वह यहीं पली-बढ़ीं। 1999 में एक पाकिस्तानी नागरिक से शादी के बाद वह पाकिस्तान चली गईं और वहां की नागरिक बन गईं।' शादी के बाद हसीना पाकिस्तान में ही रहती थीं।
कलक्टर नरेंद्र मीणा ने आगे बताया, 'अब हसीना बेन के पति की मौत हो चुकी है। पति की मौत के बाद वह भारत लौटीं और उन्होंने भारत की नागरिकता के लिए आवेदन किया। मामले को संज्ञान में लेते हुए भारत सरकार और गुजरात सरकार ने हसीना को नागरिकता प्रदान की। उन्हें 18 दिसंबर को नागरिकता का सर्टिफिकेट दिया गया।'