कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के एक समूह ने अंटार्कटिका के डेनमान ग्लेशियर में जमीन पर दुनिया की सबसे गहरी जगह की खोज की है। इसकी गहराई समुद्री सतह से 3.5 किलोमीटर यानी 11,500 फीट नीचे है। इस अनोखे खोज की घोषणा कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, इरविन (यूसीआई) ने गुरुवार को की। इसे जर्नल नेचर जिओसाइंस में प्रकाशित भी किया गया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस महाद्वीप पर कई हैरान करने वाली जानकारियां हैं। इस प्रोजेक्ट पर पिछले छह साल से काम कर रहे डॉक्टर मैथ्यू मॉर्लिग्म ने बताया कि यह निस्संदेह अंटार्कटिका की बर्फ की चादर के नीचे स्थित सबसे सटीक आकृति है।
बता दें कि डेनमान ग्लेशियर 20 किलोमीटर चौड़ा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस खोज से यह पता चलता है कि बर्फ समुद्र तल से 3,500 मीटर से भी अधिक नीचे उतर रही है और भविष्य में दक्षिणी ध्रुव की रूपरेखा बदल सकती है।
हालांकि यह जगह भले ही जमीन पर दुनिया की सबसे गहरी जगह हो, लेकिन पश्चिमी प्रशांत महासागर में मारियाना ट्रेंच (गर्त) अब भी दुनिया की सबसे गहरी जगह है, जिसकी गहराई समुद्री सतह से 11 किलोमीटर है। अगर इसकी गहराई की तुलना के लिए दुनिया के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट को इस गर्त में डाला जाए तो उस पर्वत की चोटी भी समुद्रतल से 1.6 किलोमीटर पानी के नीचे होगी। बता दें कि मारियाना गर्त का आकार अर्धचंद्र है जो लगभग 2,550 किलोमीटर लंबा और 69 किलोमीटर चौड़ा है।