नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ छात्र संगठनों का राज्यव्यापी बन्द आज

 पटना 
छात्र संगठनों ने कई मुद्दों को लेकर गुरुवार को बिहार बंद आह्वान किया है। इस बंद में 11 छात्र संगठन शामिल हैं। छात्रों ने नागरिक संशोधन कानून, एनआरसी और गैंग रेप के बढ़ते मामले के खिलाफ बंद का आह्वान किया है। सभी लोगों से बिहार बंद का समर्थन करने की अपील की गई। वहीं बुधवार को बिहार बंद को सफल बनाने के लिए पटना के कई इलाकों में छात्र संगठनों ने संयुक्ततौर पर सघन जनसंपर्क एवं प्रचार अभियान चलाया गया। पटना विश्वविद्यालय के दरभंगा हाउस, वाणिज्य कॉलेज, पटना कॉलेज, साइन्स कॉलेज,पटना लॉ कॉलेज में चला।

प्रचार गाड़ी द्वारा भिखना पहाड़ी,एनआईटी मोड़, महेंद्रू, सुल्तानगंज, आलमगंज, गायघाट, शाहगंज, मुसल्लहपुर,बाजार समिति, दिनकर गोलंबर, लंगरटोली, सब्जीबाग चौराहा पर नुक्कड़ सभा के माध्यम से नागरिक संशोधन कानून एवं एनआरसी के खिलाफ जोरदार विरोध करते हुए बिहार बंद को असरदार बनाने की अपील की गई। टीम ने अशोक राजपथ, कुनकुन सिंह लेन, रमना रोड, खजांची रोड, मखनिया कुआं के दुकानदारों एवं पटना यूनिवर्सिटी के छात्रावासों में विद्यार्थियों से बिहार बंद को सफल बनाने की अपील की गई।
 
वहीं 11 छात्र संगठनों के नेताओं ने संयुक्त रूप से छात्र नेताओं को झूठे मुकदमे में फंसाने की निंदा की। आंदोलनकारी भीम आर्मी के नेता अमर आज़ाद को गिरफ्तार करने पर भी सभी संगठन के नेताओं ने रोष जताया। हालांकि छात्रों के दबाव में उन्हें बाद में छोड़ दिया गया। एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार, आइसा के राज्य अध्यक्ष मोख्तार,जन अधिकार छात्र परिषद के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष राहुल रुद्र, द ग्रेट भीम आर्मी के गौतम कुमार,एसएफआई के पंकज वर्मा, छात्र वीआईपी के प्रदेश अध्यक्ष विकास बाक्सर, छात्र रालोसपा के सौरभ पटेल, एनएसयूआई के खालिद, एआईडीएसओ के निकोलाई शर्मा, पीडीएसएफ के राधेश्याम, दिशा की वारुणी ने संयुक्त रूप से कहा कि ना तो झूठे मुकदमे में डालने से, ना गिरफ्तारी से और ना हीं जेल भेजे जाने से वे डरने वाले हैं। सरकार को इन गीदड़ भभकियों से बाज आना चाहिए।

जामिया-एएमयू-जेएनयू-मद्रास यूनिवर्सिटी एवं पूर्वोत्तर के राज्यों सीएए-एनआरसी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर बहादुर छात्र-छात्रा साथियो ने साबित कर दिया है कि वे सरकार से नहीं डरते और हर हालत में इसके खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे। राजनैतिक दलों द्वारा गुरुवार को बिहार बंदी का आह्वान को देखते हुए जिला प्रशासन ने 50 मजिस्ट्रेट और दो सौ पुलिस बल की तैनाती की है। पटना शहर के सभी प्रमुख चौक चौराहों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात रहेंगे। कारगिल चौक पर धारा 144 लगा दिया गया है। गांधी मैदान के आसपास जुलूस प्रदर्शन एवं सभा नहीं होगी। एडीएम विधि व्यवस्था कन्हैया प्रसाद सिंह ने बताया कि बंदी को देखते हुए एंबुलेंस और फायरब्रिगेड के वाहन भी तैनात किए गए हैं। प्रमुख स्कूलों और अस्पताल के पास भी पुलिस प्रशासन तैनात रहेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष में भी 12 मजिस्ट्रेट और चार पेट्रोलिंग वाहनों की तैनाती की गई है।

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