नई दिल्ली
नैशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्यूनल (NCLAT)ने साइरस मिस्त्री को टाटा सन्स के एग्जिक्युटिव चेयरमैन के पद पर दोबारा स्थापित कर दिया है। NCLAT ने कहा कि साइरस मिस्त्री फिर से टाटा ग्रुप के एग्जिक्युटिव चेयरमैन नियुक्त किए जाएं। साथ ही उसने एन चंद्रशेखरन के इस पद पर नियुक्ति को गैरकानूनी बताया।
NCLAT के दो सदस्यीय बेंच ने यह फैसला सुनाया है। NCLAT में यह याचिका मिस्त्री और दो इन्वेस्टमेंट फर्म की तरफ से दाखिल की गई थी। जुलाई में अपीलेट ने फैसला सुरक्षा रख लिया था।
साइरस मिस्त्री टाटा सन्स के छठे चेयरमैन थे और उन्हें इस पद से अक्टूबर 2016 में हटा दिया गया था। रतन टाटा के बाद उन्होंने 2012 में चेयरमैन का पदभार ग्रहण किया था।