मेरठ
महाराष्ट्र चुनाव के बाद एक बार फिर सावरकर का मुद्दा उठ खड़ा हुआ है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी का सावरकार पर दिया गया बयान शिवसेना को नागवार गुजरा है. महाराष्ट्र में गठबंधन की साथी शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने राहुल गांधी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. संजय राउत ने राहुल गांधी को सावरकर पर थोड़ा पढ़ने की नसीहत भी दे डाली. इस बीच बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधा है.
मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा, शिवसेना अपने मूल एजेंडे पर अभी भी कायम है, इसलिए इन्होंने नागरिकता संशोधन बिल पर केंद्र सरकार का साथ दिया और अब सावरकर को लेकर भी इनको कांग्रेस का रवैया बर्दाश्त नहीं है. फिर भी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ अभी भी बनी हुई है, तो यह सब कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं है तो और क्या है?
बात दें, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में बीजेपी की तरफ से की गई माफी की मांग पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनका नाम 'राहुल सावरकर' नहीं है, उनका नाम राहुल गांधी है और वह सच बोलने के लिए माफी नहीं मांगेंगे. उन्होंने कहा कि माफी (प्रधानमंत्री) नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को इस देश से मांगनी चाहिए. राहुल गांधी ने रामलीला मैदान में कांग्रेस की ओर से आयोजित 'भारत बचाओ रैली' में उपस्थित विशाल जनसमूह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा, कल संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि आप अपने भाषण के लिए माफी मांगिए. लेकिन मैं आपको बता दूं कि मेरा नाम 'राहुल सावरकर' नहीं है, मेरा नाम 'राहुल गांधी' है. मर जाऊंगा, मगर माफी नहीं मांगूंगा. सच बोलने के लिए मैं माफी नहीं मांगूंगा. कांग्रेस का कोई व्यक्ति माफी नहीं मांगेगा.
राहुल गांधी ने झारखंड में एक चुनावी रैली के दौरान 'रेप इन इंडिया' टिप्पणी की थी, जिस पर बीजेपी सदस्यों ने शुक्रवार को संसद में उनसे माफी की मांग की थी. राहुल की इस टिप्पणी को लेकर संसद में काफी हंगाम हुआ था. इस पर शिवसेना ने भी पलटवार किया है. शिवसेना ने राहुल गांधी का बगैर नाम लिए उन्हें सावरकर का अपमान न करने की नसीहत दी है. शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने मराठी में ट्वीट किया, "हम पंडित नेहरू, महात्मा गांधी को भी मानते हैं, आप वीर सावरकर का अपमान मत करो. बुद्धिमान लोगों को ज्यादा बताने की जरूरत नहीं होती." दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि वीर सावरकर महाराष्ट्र ही नहीं, पूरे देश के लिए आदरणीय हैं.