कानपुर
कानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नैशनल गंगा काउंसिल की पहली बैठक मेें नमामि गंगे प्रॉजेक्ट पर मंथन किया। पीएम ने इसके बाद अटल घाट पहुंचकर नौका विहार करते हुए गंगा सफाई का जायजा लिया। पीएम ने इससे पहले चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी में नमामि गंगे प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस दौरान उनके साथ सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और नरेंद्र सिंह तोमर समेत कई मंत्री भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने चंद्रशेखर आजाद यूनिवर्सिटी में नैशनल गंगा काउंसिल की पहली बैठक में नमामि गंगे परियोजना पर विस्तार से चर्चा की। बैठक के बाद पीएम ने गंगा पर इस योजना का प्रभाव देखने के लिए नौकायन किया। पीएम मोदी ने अटल घाट पहुंचकर स्टीमर के जरिए गंगा की सफाई का निरीक्षण किया। गंगा काउंसिल की बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने नौका विहार के जरिए कानपुर के सीसामऊ नाले का सच भी देखा।
इससे पहले गंगा काउंसिल की बैठक के बाद प्रधानमंत्री गंगा बैराज स्थित अटल घाट पहुंचे और गंगा की सफाई का निरीक्षण किया। पीएम मोदी की यात्रा को लेकर कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए। सीएसएयू और गंगा बैराज के आसपास के गेस्ट हाउसों में एक दिन के लिए शादी समारोह आदि स्थगित कर दिए गए हैं। ट्रैफिक बंदिशों के चलते शहर के कई स्कूलों में छुट्टी का भी ऐलान किया गया।
गंगा में डिस्चार्ज बढ़ा
गंगा में गंदगी न दिखे, इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने पूरा दम लगा दिया है। टिहरी और नरौरा से छोड़े गए पानी के चलते गंगा बैराज पर भी शुक्रवार सुबह से कई गेट खोलकर डिस्चार्ज बढ़ा दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, सुबह 8 बजे तक 14 हजार 228 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। दोपहर 1 बजे यह मात्रा बढ़ाकर 16 हजार 702 क्यूसेक और शाम 8 बजे तक 17 हजार 733 क्यूसेक पानी रिलीज हो रहा था।
सीएम योगी यह बोले
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नदियों में प्रदूषक तत्वों को डालने वाले सीवर और नालियों के बंद होने से नदी के जल में उल्लेखनीय परिवर्तन नजर आएगा। उन्होंने कहा, ‘सीसामऊ नाला, जो प्रतिदिन 140 मेगा लीटर गंदगी गंगा में डालता है, उसे अधिकारियों ने बंद करा दिया है। अब गंदगी को जाजमऊ और बिंगवान ट्रीटमेंट प्लांट की ओर मोड़ दिया गया है।