राजनीति

मुंबईः नागरिक संशोधन बिल के विरोध में आईपीएस ने दिया इस्तीफा, कहा- देश बांटना है इसका मकसद

मुंबई 
नागरिकता संशोधन बिल को सांप्रदायिक और असंवैधानिक बताते हुए महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी ने बुधवार को इस्तीफा देने का फैसला किया है। मुंबई में विशेष पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) के रूप में तैनात अब्दुर्रहमान ने बयान जारी कर कहा कि वह बृहस्पतिवार से कार्यालय नहीं जाएंगे। अब्दुर्रहमान ने ट्वीट कर कहा कि यह विधेयक भारत के धार्मिक बहुलवाद के खिलाफ है। उन्होंने कहा, 'मैं सभी न्यायप्रिय लोगों से अनुरोध करता हूं कि वे लोकतांत्रिक तरीके से विधेयक का विरोध करें। यह संविधान की मूल भावना के विरुद्ध है।' उन्होंने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि यह बिल संविधान की मूल विशेषताओं के खिलाफ है और वह इसकी निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि सविनय अवज्ञा के तहत उन्होंने गुरुवार से ऑफिस न जाने का फैसला किया है। 

वीआरएस के लिए भी किया था आवेदन 
अब्दुर्रहमान ने कहा कि आखिरकार वह अपनी सर्विस छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बिल सदन में पेश होने के दौरान गृह मंत्री द्वारा गलत तथ्य, तर्क और भ्रामक सूचनाएं दी गईं। इतिहास तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। उन्होंने कहा कि इस बिल के पीछे की मानसिकता मुस्लिमों में डर फैलाना और देश का विभाजन करना है। इससे पहले अक्टूबर 2019 में अब्दुर्रहमान ने वीआरएस के लिए आवेदन किया था लेकिन उनके आवेदन को गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा स्वीकार नहीं किया गया था। गौरतलब है कि लोकसभा से पारित होने के बाद राज्यसभा ने भी बुधवार को नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी। इसे लेकर असम समेत देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। 

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