नई दिल्ली
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे और कारोबारी रतुल पुरी को दिल्ली की एक अदालत ने 17 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। विशेष न्यायाधीश संजय गर्ग ने पुरी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने 20 अगस्त को पुरी को बैंक ऋण धोखाधड़ी से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया था।
पुरी के वकील के आग्रह पर उन्हें अलग गाड़ी में तिहाड़ जेल भेजा गया है, यानी अन्य कैदियों के साथ नहीं भेजा गया। इससे पहले राउज एवेन्यू कोर्ट ने शुक्रवार को उन्हें चार दिन की हिरासत में भेजा था। 3,600 करोड़ के अगुस्टा वेस्टलैं हेलिकॉप्टर घोटाले में भी रतुल पुरी पर जांच का साया है। रतुल के वकील ने कोर्ट में कहा भी था कि वह हेलिकॉप्टर घोटाले में सहयोग करने को तैयार हैं।
रतुल पुरी मोजरबेयर के पूर्व कार्यकारी निदेशक हैं और उन्हें 300 करोड़ से ज्यादा के बैंक घोटाले के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी ने जिन पर मुकदमा दर्ज किया था उनमें पुरी के अलावा कंपनी (एमबीआईएल), उनके पिता और प्रबंध निदेशक दीपक पुरी, निदेशकों- नीता पुरी (रतुल की मां और कमलनाथ की बहन), संजय जैन और विनीत शर्मा शामिल हैं। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर यह केस दर्ज किया गया था।