नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिये कानून व्यवस्था को प्रभावी तरीके से कायम रखने में पुलिस की भूमिका पर जोर दिया। पुणे में पुलिस महानिदेशकों/ पुलिस महानिरीक्षकों के सम्मेलन को रविवार को संबोधित करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि अधिकारियों को पुलिस बल की छवि सुधारने की दिशा में काम करना चाहिए ताकि महिलाओं और बच्चों समेत समाज के सभी वर्ग में उनके प्रति भरोसा पैदा हो।
पीएम ने सुरक्षा बलों के योगदान को सराहा
पुणे में पीएण मोदी का यह संबोधन दो वीभत्स रेप केस हैदराबाद गैंगरेप और उन्नाव रेप केस के बाद आया है। हैदराबाद गैंगरेप केस के चारों आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए हैं। देश भर में महिला सुरक्षा और यौन हिंसा के खिलाफ इन दिनों जोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस बलों के साथ ही सीआरपीएफ, सेना और अन्य सुरक्षा बलों की आर्टिकल 370 हटाने के बाद देश की सुरक्षा के लिए उनके योगदान की सराहना की।
गृहमंत्री अमित शाह ने सम्मेलन को बताया वैचारिक कुंभ
इससे पहले इस सम्मेलन को गृहमंत्री अमित शाह ने भी संबोधित किया था। गृहमंत्री ने सम्मेलन को वैचारिक कुंभ करार देते हुए कहा था कि कानून को प्रभावी बनाने के लिए इंडियन पीनल कोड और क्रिमिनल प्रॉसिजर में बदलाव की मांग की। इस साल पीएमओ की ओर से 11 चुनौती क्षेत्र पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए तय किए गए थे। इनमें नक्सलवाद, आतंकवाद, समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों को रेखांकित किया गया था।