छत्तीसगढ़

संभाग स्तरीय ट्राईबल डांस फेस्टिवल, गौरसींग ढोलनृत्य को मिला पहला स्थान

जगदलपुर
 जगदलपुर के कुम्हरावंड स्थित कृषि महाविद्यालय में बीते शनिवार को संभाग स्तरीय नेशनल ट्राईबल डांस फेस्टिवल का रंगारंग समापन हुआ। इस फेस्टिवल में भाग लेने वाले बस्तर संभाग के 21 नाचा दलों में से किलेपाल बस्तर के गौरसींग ढोल नृत्य को पहला स्थान मिला। इस दल को मुख्य अतिथि और  बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल ने पुरस्कार के रूप में 25 हजार रूपए की राशि का चेक भेंट किया। इस प्रतियोगिता में कोण्डागांव जिले के केशकाल विकासखण्ड के ग्राम बिच्छे के हुलकी नाचा को दूसरा और कोण्डागांव जिले के ही ग्राम चिखलाडीह के मोंदरीनाचा को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इन्हें क्रमश 20 और 15 हजार रूपए का पुरस्कार दिए गए। इसके अलावा शेष 18 प्रतिभागी दलों को पांच-पांच हजार रूपए की प्रोत्साहन राशि दी गई। कलाकारों की वेशभूषा, नृत्य, वाद्ययंत्र और प्रदर्शन के आधार पर दलों का चयन किया गया। प्रथम, द्वितीय और तीसरा स्थान पाने वाले दल राज्य स्तरीय ट्राईबल डांस फेस्टिवल में हिस्सा लेंगे।

कार्यक्रम के समापन अवसर पर बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री लखेश्वर बघेल ने हल्बी में सम्बोधित करते हुए कहा कि आदिवासी संस्कृति और परम्परा को सहेजने का यह महत्वपूर्ण प्रयास है। आगे भी इस तरह के आयोजन राज्य सरकार द्वारा किए जाएंगे। श्री बघेल ने कहा कि बस्तर की आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने जिन गांवो मंे नाचा दल हैं, वहां बस्तर विकास प्राधिकरण के माध्यम से सांस्कृतिक भवन बनाए जाएंगे। इससे वे इस भवन में रिहर्सल करने के साथ ही अपने वाद्ययंत्र सुरक्षित रख सकेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर आदिवासियों की गौरवशाली संस्कृति और परम्पराओं को संरक्षित करने के लिए जगदलपुर में आदिवासी संग्राहलय की स्थापना की जा रही है। श्री बघेल ने कहा कि आदिवासियों की संस्कृति, परम्परा, रीति,नीति आदि को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने पर विचार किया जाना चाहिए।

विधायक नारायणपुर श्री चंदन कश्यप ने कहा कि आदिवासियों की संस्कृति के संरक्षण की दिशा में यह महत्वपूर्ण प्रयास है। इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए। जगदलपुर विधायक श्री रेखचंद जैन ने नेशनल ट्राईबल डांस फेस्टिवल के आयोजन को राज्य सरकार का सराहनीय प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से बस्तर के कलाकारों को उचित मंच मिलेगा। बस्तर संभाग के कमिश्नर श्री अमृत कुमार खलखो ने कहा कि इस आयोजन के बाद बस्तर संभाग के आदिवासी छात्रावासों और आश्रमों में रहने वाले बच्चों के लिए खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। इसमें लोक कलाकारों का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगली बार नाचा दलों की पुरस्कार राशि बढ़ायी जाएगी। कलेक्टर कोडांगांव ने कहा कि आदिवासी संस्कृति बस्तर के गांवों में बस्ती है। ऐसे आयोजन से आदिवासी संस्कृति का संरक्षण और प्रोत्साहन मिलेगा। इस आयोजन के लिए आदिवासी विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया था।

मोचो ऑफिस नंगत ऑफिस के तहत दिए गए पुरस्कार
कार्यक्रम के समापन अवसर मुख्य अतिथि श्री लखेश्वर बघेल ने जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई मोचो ऑफिस नंगत ऑफिस के तहत उत्कृष्ट कार्यालयों को पुरस्कार प्रदान किया। इसके अन्तर्गत विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय जगदलपुर को पहला, जनपद पंचायत कार्यालय दरभा को दूसरा और तहसील कार्यालय दरभा को तीसरा पुरस्कार दिया गया। इसके साथ ही विभिन्न श्रेणियों में सौंदर्ययुक्त कार्यालय के लिए जनपद पंचायत कार्यालय दरभा, डेली मोटिवेशनल कार्यालय के लिए जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र जगदलपुर, दिव्यांग फ्रेण्डली कार्यालय के लिए जनपद पंचायत कार्यालय लोहण्डीगुड़ा, नवाचार कार्यालय के लिए अंत्यावसायी वित्त एवं विकास निगम कार्यालय जगदलपुर, स्वच्छ कार्यालय के लिए तहसील कार्यालय दरभा और जनसूचना फ्रेण्डली कार्यालय के लिए जनपद पंचायत कार्यालय बकावण्ड को पुरस्कार दिए गए।

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