हैदराबाद
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ शुरू हो रही टी20 सीरीज से पहले टीम की योजनाओं के बारे में बात की है। ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तैयारियों में जुटी टीम इंडिया का फोकस अब टारगेट की रक्षा करने पर होगा। इस मौके पर विराट ने मीडिया की ओर से उठाई गई तमाम चिंताओं के जवाब दिए और साथ इन दिनों आलोचकों के निशाने पर जमे युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की भी बचाव किया। उन्होंने कहा कि पंत की काबिलियत पर हमें पूरा भरोसा है और यह टीम की जिम्मेदारी है कि वह अच्छा खेल सकें इसके लिए हम सभी उनका सपॉर्ट करें।
पंत पर कायम है विराट का भरोसा
पंत पर पूछे गए सवाल पर कप्तान कोहली ने कहा कि हमें उनकी योग्यता पर पूरा भरोसा है। कोई खिलाड़ी टीम के लिए अच्छा खेले यह हम सबकी साझी जिम्मेदारी है। हमें हर खिलाड़ी को भरपूर मौका और समय देना चाहिए ताकि वह अपनी जगह टीम में साबित कर सके। गलतियां होने पर खिलाड़ियों पर चिल्लाना सही नहीं है। पंत के संदर्भ में जो बात कुछ दिन पहले रोहित शर्मा ने कही थी मैं भी उसी के साथ हूं कि पंत पर ज्यादा हल्ला मचाने की बजाए उन्हें कुछ समय के लिए अकेला छोड़ दें। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की आलोचना करना सही नहीं वह अच्छा खेल सकें इसके लिए उन्हें सपॉर्ट करना चाहिए।
टारगेट के बचाव पर टीम इंडिया का फोकस
टी20 फॉर्मेट में बीते 2 सालों में टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी कर मैच जीतने में इतनी सहज नहीं दिखती, जितना वह लक्ष्य का पीछा करते हुए दिखती है। कप्तान विराट कोहली इस बात पर फोकस हैं और उन्होंने बताया अब टीम इसी कमजोरी को दूर करने पर काम करेगी। विराट की कप्तानी में टी20 फॉर्मेट में टीम इंडिया स्कोर चेज करना ज्यादा पसंद करती है। धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद भारतीय टीम ने विराट के नेतृत्व में 45 मैच खेले हैं। इनमें टीम इंडिया को 30 में जीत, जबकि 14 में हार का सामना करना पड़ा है। इन 14 हार में से 10 हार तब मिली हैं, जब टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए विरोधी टीम के लिए लक्ष्य सेट किया हो। विराट अब टीम के इसी पक्ष को मजबूत करना चाहते हैं और उन्होंने मैच से पहले यह साफ कर दिया है कि वर्ल्ड कप से पहले टीम लक्ष्य बचाने पर फोकस करेगी।
6 गेंदबाज टी 20 फॉर्मेट की जरूरत
विराट ने कहा कि टी20 फॉर्मेट इतना फास्ट खेल है कि यहां हर मैच में 6 बोलरों की जरूरत होती है। हमें ऑलरांडर, स्पिनर और पेस बोलिंग का ऐसा मिश्रण तैयार करना होता है, जो मौका पड़ने पर टीम के काम आ सके। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि टी20 में मेरे वापस लौटने से टीम के संतुलन को सही दिशा मिलेगी। इस फॉर्मेट में बल्लेबाजी के लिए नंबर 5 या नंबर 6 के स्थान की बात करना बेमानी है। इस फॉर्मेट में जरूरी यही है कि कोई एक खिलाड़ी टिककर लंबा खेले और दूसरे छोर से बल्लेबाज 170-180 के स्ट्राइक रेट स्कोर बनाएं। तभी 180 या इससे ज्यादा का टोटल संभव होता है।