हैदराबाद
भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ शुक्रवार से हैदराबाज में शुरू होने वाली तीन मैचों की टी-20 सीरीज के दौरान अगले साल होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए खिलाड़ियों को आजमाना जारी रखेगी. इस सीरीज में लोकेश राहुल और ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों ने टीम में अपना स्थान पक्का करने का लक्ष्य रखा होगा. टी-20 मैच शाम सात बजे शुरू होगा.
टी-20 विश्व कप की तैयारियों में जुटी टीम इंडिया
टी-20 विश्व कप की तैयारियों में जुटी भारतीय टीम में कई खिलाड़ियों का स्थान अभी पक्का नहीं है और वे वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने प्रदर्शन से टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का प्रयास करेंगे. इनमें से एक नाम राहुल का है. चोटिल सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की अनुपस्थिति में यह सीरीज उन्हें रोहित शर्मा के जोड़ीदार के तौर पर अपना स्थान सुनिश्चित कराने का बहुत अच्छा मौका प्रदान करेगी.
राहुल का टी-20 में अच्छा रिकॉर्ड है. उन्होंने 31 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 42.34 की औसत से 974 रन जुटाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 110 रन रहा है, आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है.
राहुल के अलावा पंत भी अपने मजबूत प्रदर्शन से आलोचकों को जवाब देना चाहेंगे. बल्ले से और विकेटकीपिंग में अपनी अनिरंतर फॉर्म के कारण वह पिछले कुछ समय से आलोचनाओं में घिरे रहे हैं. उन्हें महेंद्र सिंह धोनी के उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जा रहा था, लेकिन इस साल के शुरू में आईसीसी वनडे विश्व कप के समाप्त होने के बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आई और अपना विकेट भेंट में देने के लिए कई बार उनकी काफी आलोचना की गई.
यहां तक कि उनकी विकेटकीपिंग की भी काफी आलोचना हुई और इसी कारण बाएं हाथ के इस खिलाड़ी को खेल के लंबे प्रारूप से बाहर कर दिया गया और ऋद्धिमान साहा ने अंतिम एकादश मे दोबारा अपना स्थान हासिल कर लिया. चयनकर्ताओं ने प्रतिभाशाली संजू सैमसन को टीम में शामिल किया और धोनी के ब्रेक से वापसी की बातें होने लगी. इससे अब पंत के लिए यह मौका है कि वह प्रदर्शन करें और अपना स्थान पक्का करें या फिर गंवा दें.
संजू सैमसन के लिए भी यह सीरीज अहम
सैमसन के लिए भी यह सीरीज अहम होगी. उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 टीम में शामिल किया गया था, लेकिन केरल के इस विकेटकीपर बल्लेबाज को सीरीज में एक भी मौका नहीं मिला और धवन के सैयद मुश्ताक अली राष्ट्रीय टी-20 चैम्पियनशिप में दिल्ली के लिए खेलते हुए चोटिल होने के बाद ही उन्हें टीम में चुना गया. यह तो निश्चित ही है कि पंत विकेटकीपिंग के लिए पहली पसंद होंगे, लेकिन अगर वह फिर से विफल होते हैं तो यह देखना होगा कि टीम प्रबंधन सैमसन को मौका देता है या नहीं जिसके वह निश्चित रूप से हकदार हैं.
कुलदीप, शमी, भुवनेश्वर कर रहे वापसी
गेंदबाजी की बात की जाए तो कुलदीप यादव, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार टी-20 टीम में वापसी कर रहे हैं. कुलदीप और चहल की जोड़ी लंबे समय बाद एक साथ होगी जो ‘कुलचा’ के नाम से भी मशहूर है. कुलदीप छोटे प्रारूप में अंतिम बार फरवरी 2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले थे. भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण भी भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी की वापसी से पैना दिखता है. शमी टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अंतिम बार 2017 में खेले थे, जबकि भुवनेश्वर ने मांसपेशियों की समस्या से उबरने के बाद वापसी की है. भुवनेश्वर का अंतिम टी-20 इस साल अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ उसकी सरजमीं पर था.
बांग्लादेश सीरीज की खोज रहे दीपक चाहर के भी शमी और भुवनेश्वर के साथ तेज गेंदबाजी आक्रमण में अहम भूमिका निभाने की उम्मीद है. वहीं वेस्टइंडीज की टीम अगस्त में अपनी सरजमीं पर भारत से 0-3 से हारने का बदला चुकता करना चाहेगी.