नई दिल्ली
भारतीय नौसेना प्रमुख ने सितंबर में देश की समुद्री सीमा में घुस आए चीनी पोतों को खदेड़ा था। चीन की पीपल्स लिब्रेशन आर्मी के ये पोत अंडमान निकोबार द्वीप समूह के पास अंडमान सी में भारत के इकनॉमिक जोन तक घुस आए थे। नौसेना ने मंगलवार को इस बात का खुलासा किया।
नौसेना प्रमुख ऐडमिरल करमबीर सिंह ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन के जहाज शी यान 1 को बिना अनुमति भारतीय क्षेत्र में प्रवेश के कारण वापस लौटाया गया था। उन्होंनों इंडियन नेवी की ऐंटी पायरेसी मिशन की सफलता के बारे में भी बताया। सिंह ने कहा कि इस मिशन में 120 समुद्री लुटेरों को पकड़ा गया और पाइरेसी के 44 केस सामने आए।
चीन के जहाज को हमने वापस लौटाया
चीन के जहाज शी यान 1 को भारत द्वारा वापस लौटाने के सवाल का भी नौसेना प्रमुख ने जवाब दिया। उन्होंने कहा, 'शी यान 1 को भारतीय क्षेत्र में आनेवाले पानी से वापस लौटाया गया है। हमारा स्टैंड इस मुद्दे पर साफ है कि अगर कोई भी देश का जहाज हमारे अधिकार क्षेत्रवाले इकनॉमिक जोन में आता है, तो उसे पूर्व में अनुमति लेनी होगी।'
अरब सागर में चीन और पाकिस्तान बढ़ा रहे सक्रियता
भारतीय नौसेना प्रमुख ने लगातार नेवी बजट कम होने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में डिफेंस बजट में नौसेना का हिस्सा लगातार कम हुआ है। 2012 में यह 18% था जो 2018 में कम होकर सिर्फ 12% रह गया। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर में चीन अपनी मौजूदगी लगातार बढ़ा रहा है। भारतीय नौसेना ऐसे हर कदम पर बारीकी से नजर रखे हुए है।
पाकिस्तान और चीन पर भारत की है नजर
नेवी चीफ ऐडमिरल करमबीर सिंह ने कहा, 'चीन और पाकिस्तान का उत्तरी अरब सागर में नौसेना का संयुक्त सैन्य अभ्यास प्रस्तावित है। हम इस पर नजर बनाए हुए हैं। इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए उन्हें भारत के क्षेत्र में आनेवाले हिंद महासागर से ही होकर जाना होगा।' नौसेना की ताकत पर जोर देते हुए नेवी चीफ ने कहा कि अलकायदा और दूसरे आतंकी संगठनों की समुद्री गतिविधि को देखते हुए हम सुरक्षा के उपाय अपना रहे हैं।