कानपुर
शहर में डेंगू से हाहाकार के बीच सोमवार को कांग्रेसी सड़क पर उतर पड़े। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। डेंगू से मौत का हिसाब दो.., मौत के दोषी अधिकारियों को सजा दो.., सीएमओ को बर्खास्त करो.. के नारे लगाते हुए कांग्रेसी सिविल लाइंस स्थित कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। आरोप लगाया कि कानपुर में डेंगू फैला है और प्रशासन जिम्मेदारी तक नहीं ले रहा। हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी पीड़ितों को मुआवजा तक नहीं दिया जा रहा है।
दोषी अधिकारी आंकड़ों का खेल कर रहे हैं। लल्लू ने मांग की, जल्द ही डेंगू पीड़ित परिवारों की सूची प्रशासन को सौंपी जाएगी। बीमारी पर रोक न लगी तो प्रशासन की नींद हराम कर दी जाएगी। कमिश्नर ने ज्ञापन लेकर मामले को गंभीरता से लेकर राहत देने का आश्वासन दिया।
विरोध-प्रदर्शन तिलक कॉल से शुरू हुआ। कार्यकर्ता बहुत हुई डेंगू की मार, नहीं चाहिए ऐसी सरकार.., डेंगू जनता त्रस्त है, अफसर मस्त है…, स्वच्छता अभियान धोखा है…, डेंगू के जिम्मेदार सीएमओ को गिरफ्तार करो जैसे नारे लगाते बैनर-झंडे के साथ मेस्टन रोड, मूलगंज, नई सड़क, परेड चौराहा, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा,चेतना चौराहा, कचहरी रोड होते हुए मंडलायुक्त कार्यालय पहुंचे। कांग्रेसियों ने सीएमओ और प्रशासनिक अधिकारियों को महामारी के लिए दोषी ठहराते हुए ठोस कार्रवाई न होने पर जनता को जोड़कर आंदोलन करने की चेतावनी दी।
लल्लू ने कहा कि महानगर में बीमारी से कई मौतें बड़ी ही शर्म की बात है। सरकार और अधिकारी बेशर्मी से पीड़ितों को राहत न देकर आंकड़ों के जरिए पर्दा डाल रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब आरपार की लड़ाई जाएगी, चुप नहीं बैठेंगे। आम जनजीवन से जुड़ी समस्या से निदान को सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी। इस दौरान कमिश्नर ने ज्ञापन लिया। कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री ने ज्ञापन पढ़कर सुनाया गया। इसमें चेतावनी दी गई कि यदि बीमारी न रुकी तो सड़कों पर संघर्ष होगा और जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
यह मांग की गईं
पीड़ित परिवारों और जान गंवाने वाले परिवारों को मुआवजा दिया जाए।
बदुआपुर भौंती में मृतकों की सूची जारी कर मदद दी जाए।
बिल्हौर के कई गांवों में मौतों को छुपाने की जांच की जाए।
सभी के इलाज के लिए अस्पतालों में ठोस व्यवस्था की जाए।
सीएमओ समेत दोषी अफसरों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।
नेताओं ने दिखाई ताकत, धक्का-मुक्की
प्रदेश अध्यक्ष को चेहरा दिखाने के लिए प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं के बीच धक्कामुक्की भी हुई। नेताओं ने ही समझाकर रोका। कई ने बीच में शामिल होकर ताकत भी दिखाई। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य पवन गुप्ता के नेतृत्व में कार्यकर्ता एकत्र हुए। प्रदेश अध्यक्ष के आने पर स्वागत कर कांग्रेसी पैदल मार्च में शामिल हो गए। पूर्व सांसद राकेश सचान, दिनेश वाजपेयी, मदन मोहन शुक्ला, वीरेंद्र दुबे, शारदा पाण्डेय, राजेंद्र सोनकर, मुकेश कनौजिया, संदीप निषाद आदि भी शामिल हुए।
बड़ा चौराहा पर करिश्मा ठाकुर समर्थकों के साथ शामिल हुईं। यहां पर विकास अवस्थी और उनके साथ आए समर्थकों ने लल्लू का स्वागत किया। कांग्रेस की नगर ग्रामीण कमेटी की अध्यक्ष ऊषारानी कोरी, देहात जिलाध्यक्ष नरेश कटियार, रिजवान हामिद, प्रदीप मिश्रा, राजीव द्विवेदी, सैमुअल सिंह लकी, अविनाश चंद आदि ने स्वागत किया। कचहरी स्थित लायर्स गेट पर वरिष्ठ अधिवक्ता नरेश चंद्र त्रिपाठी ने वकीलों के साथ स्वागत किया। आलोक शुक्ल, दिव्य द्विवेदी, राकेश यादव, राजेश चौधरी, गौरव तिवारी आदि मौजूद रहे।
गुटबाजों को मौका न दिया जाएगा
लल्लू ने हाल में निष्कासित नेताओं में से कई तिलक हॉल से कमिश्नर कार्यालय तक टोह ली। कई नेताओं ने परिचतों से भी विरोधियों के बारे में जानकारी ली। प्रदेश अध्यक्ष ने दो-टूक संदेश दिया कि निष्क्रिय व गुटबाजी करने वाले को मौका नहीं दिया जाएगा। पार्टी को जड़ से मजबूत करने की जरूरत है।