मुंबई
महाराष्ट्र में खूब सियासी ड्रामा चला. शिवसेना और कांग्रेस के साथ सरकार गठन की चर्चाओं के बीच शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात कर अजित पवार के समर्थन से सरकार बना ली. तब चर्चाओं का बाजार गर्म था कि शरद पवार और नरेंद्र मोदी की मुलाकात में गठबंधन पर मुहर लगी.
अटकलें तो यहां तक थीं कि पीएम मोदी ने शरद पवार को अगला राष्ट्रपति बनाने का प्रस्ताव दिया है. हालांकि शरद पवार ने तब सफाई देते हुए स्पष्ट किया था कि यह अजित पवार का निजी फैसला बताया था. शरद पवार ने लगातार विधायकों के साथ बैठकें की और शिवसेना, कांग्रेस के साथ नई सरकार का रास्ता साफ किया. अब नई सरकार के गठन के बाद शरद पवार ने पीएम मोदी से हुई मुलाकात में क्या बात हुई, इस राज से पर्दा उठा दिया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक शरद पवार ने एक मराठी चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम से हुई मुलाकात पर खुलकर बात की. पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने साथ आकर काम करने का प्रस्ताव दिया था. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बेटी सुप्रिया सुले को कैबिनेट मंत्री बनाने का भी प्रस्ताव रखा था. मुझे राष्ट्रपति बनाने जैसी कोई बात नहीं हुई थी. शरद पवार ने कहा कि पीएम मोदी का प्रस्ताव मैंने खारिज कर दिया था.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष ने बताया कि प्रधानमंत्री से कहा कि हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं, वह अच्छे ही रहेंगे लेकिन मेरे लिए साथ आकर काम करना संभव नहीं है. गौरतलब है कि सुप्रिया सुले शरद पवार की पुत्री हैं. सुप्रिया पुणे की बारामती लोकसभा सीट से सांसद हैं.
बता दें कि महाराष्ट्र में हुए हालिया विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के दौरान भी विपक्ष पर हमलावर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शरद पवार पर नरम रुख दिखाया था. पीएम मोदी शरद पवार पर सीधे हमले से बचते रहे थे. पीएम मोदी पहले भी पवार की तारीफ कर चुके हैं.