भोपाल
वित्त विभाग ने अगले साल के बजट के लिए तैयारियां शुरू कर दी है। सोलह दिसंबर से दस जनवरी 2020 के बीच सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिवों के साथ विभागवार चर्चाओं का दौर शुरु होगा। वित्त विभाग ने वर्ष 19-20 की बजट गतिविधियों और वर्ष 20-21 की बजट अनुमान की तैयारियों का अनंतिम बजट कार्यक्रम जारी कर दिया है।
सभी विभागों को अपने पुनरीक्षित अनुमान एवं वर्ष 20-21 के लिए बजट प्रस्ताव कोष एवं लेखा के आईएफएमआईएस सॉफ्टवेयर में प्रविष्ट करते हुए वित्त विभाग को भेजना है। सभी विभागों को कहा गया है कि वेतन मद में पुनरीक्षित अनुमान से अधिकतम दस फीसदी वृदिÞध ना करे। नवनी नियुक्तियों के लिए बजट बढ़ाना हो तो उसका कारण ब्ताना होगा। विभाग में किसी आईएएस की पोस्टिंग भविष्य में होना है तो उसके लिए भी प्रावधान पहले से ही कर लिया जाए। अन्य खर्चों के लिए पुनरीक्षत अनुमान से अधिकतम सात प्रतिशत वृद्धि रखी जा सकती है।
नौ दिसंबर से राजस्व प्राप्तियों, वसूली के बजट अनुमान के प्रस्ताव वित्त विभाग ने बुलाए है। 9 से 27 दिसंबर तक इन प्रस्तावों पर विभागाध्यक्ष और उपसचिवों के साथ चर्चा की जाएगी। 9 दिसंबर से ही नवीन मद के प्रस्ताव भी मांगे गए है। प्राप्तियों और व्यय के बजट प्रस्तावों पर अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों और सचिवों के साथ सोलह दिसंबर से दस जनवरी तक चर्चा होगी। जेण्डर बजट पर दो जनवरी तक जानकारी भेजना होगा। वित्त मंत्री अन्य विभागों के मंत्रियोें के साथ तेरह से पंद्रह जनवरी के बीच चर्चा करेंगे।