नई दिल्ली
परमाणु क्षमता से लैस सतह से सतह तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-3 का पहली बार रात में परीक्षण हुआ. रक्षा सूत्रों का कहना है कि ओडिशा तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप स्थित इंटिग्रेटेड टेस्ट रेंज से रात 7 बजकर 20 मिनट पर इस मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया.
अब मिसाइल के प्रक्षेपण पथ पर नजर रखी जा रही है. इस मिशन के नतीजों का इंतजार किया जा रहा है. अग्नि-3 मिसाइल मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 3,500 किलोमीटर तक है. यह परीक्षण सेना के यूजर ट्रायल के तहत कराया गया है.
मिली जानकारी के मुताबिक अग्नि-3 मिसाइल पहले ही सेना में शामिल की जा चुकी है. इसकी लंबाई 17 मीटर, व्यास 2 मीटर और वजन करीब 50 टन है है. अग्नि-3 का रात्रि कालीन परीक्षण इंडियन आर्मी की स्ट्रैटिजिक फोर्सेज कमांड ने किया था. इसमें रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने लॉजिस्टिक सपोर्ट भी दिया. यह परीक्षण सेना के यूजर ट्रायल के तहत हुआ.
गौरतलब है कि अग्नि-3 की गुणवत्ता के परीक्षण के लिए टेस्ट किया जा रहा है. ऐसा पहली बार हुआ जब मिसाइल का परीक्षण रात में कराया गया. इस मिसाइल की खासियत है कि इसमें 2 चरणों में प्रोपेलेंट भरा जाएगा.
यह 1.5 टन के हथियारों को ले जाने में सक्षम है. अग्नि-3 हाइब्रिड नेविगेशन से लैस हैऔर उन्नत ऑन-बोर्ड कंप्यूटर के साथ कंट्रोल पैनल के साथ जुड़ा हुआ है. यह लेटेस्ट तकनीक से लैस मिसाइल है.