नई दिल्ली
भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और कांग्रेस के बीच चली आ रही जुबानी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के बीच मध्यप्रदेश में मुल्तानपुर के कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी ने विवादित बयान देकर मामले को और बढ़ा दिया है। दांगी ने साध्वी प्रज्ञा को जला देने की बात कही थी। जवाब में साध्वी प्रज्ञा ने ट्वीट करते हुए कांग्रेस विधायक गोवर्धन दांगी को चुनौती दी है, उन्होंने ट्विटर पर लिखा "कांग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव है। 1984 मैं सिखों को और नैना साहनी को तंदूर में जलाने तक का। गोवर्धन दांगी मुझे जलाएंगे। ठीक है तो मैं आ रही हूं ब्यावरा उनके निवास मुल्तानपुरा पर दिनांक 8 दिसंबर 2019 समय सायं 4:00 बजे जला लीजिए।''
हालांकि बाद में दांगी ने अपनी विवादास्पद टिप्पणी के लिए माफी मांगते हुए कहा कि यह एक गलती थी। दांगी के बयान के वीडियो के साथ एक अन्य ट्वीट में प्रज्ञा ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ''यह हैं कांग्रेस के विधायक गोवर्धन दांगी, दिग्विजय सिंह के खास, राहुल गांधी के विचारों के पोषक और कमलनाथ सरकार के पैरोकार, अहिंसा के पुजारी। दांगी का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। अपनी टिप्पणी पर विवाद के बाद दांगी ने मीडिया से कहा कि वह महात्मा गांधी के सिद्धांतों का पालन करते हैं और अपने बयान को गलती मानते हुए इसके लिए माफी मांगते हैं।
बताते चलें कि भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान नाथूराम गोडसे पर विवाद बयान दिया था। इसके बाद से ही कांग्रेस का विरोध और धरना प्रदर्शन जारी है। कांग्रेसियों ने प्रज्ञा ठाकुर को लोकसभा से बर्खास्त करने की मांग की है। राहुल गांधी ने भी साध्वी प्रज्ञा पर विवादित बयान दिया। बाद में पूछे जाने पर राहुल ने कहा था कि वे अपने बयान पर कायम हैं। प्रज्ञा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था कि इस तरह की टिप्पणी राष्ट्रहित में नहीं हैं।
एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान साध्वी के बयान से हंगामा बढ़ता देख लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा था कि सिर्फ डीएमके सदस्य ए. राजा का बयान रिकार्ड में जा रहा है। बाद में लोकसभा सचिवालय ने आधिकारिक बयान में कहा कि प्रज्ञा की टिप्पणी रिकार्ड में दर्ज नहीं की गई है।