भोपाल
प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और कमलनाथ सरकार में सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह ने शुक्रवार को छतरपुर में एक बयान देकर सबको चौंका दिया है। मंत्री गोविंद सिंह ने सार्वजनिक तौर पर एलान किया है कि वे अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। मंत्री एक निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने वहां गए थे।
सहकारिता मंत्री श्री सिंह ने कहा कि सरकारी कर्मचारी भी 35 की नौकरी के बाद रिटायर हो जाते हैं। ऐसे में मैंने निर्णय लिया है कि अब स्वेच्छा से राजनीति से रिटायरमेंट ले लिया जाए तो बेहतर होगा।
उन्होंने आगे कहा कि समय के अनुसार परिवर्तन भी जरूरी है। राजनीति में सक्रिय रहने वाले युवाओं को अब आगे आने का मौका मिलना चाहिए। छतरपुर में सहकारिता विभाग में हुए घोटाले को लेकर किए गए सवाल पर मंत्री ने कहा कि इस मामले का न्यायालय में मामला विचाराधीन है।
मंत्री गोविंद सिंह ने कहा कि हमने सहकारिता बोर्ड भंग कर दिया था, लेकि न कुछ लोग स्थगन ले आए थे। इस कारण वे वहीं बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि कितना भी बड़ा भ्रष्टाचारी क्यों न हो, उसके खिलाफ एफ आईआर जरूर दर्ज कराई जाएगी। जरूरत पड़ी तो अन्वेषण ब्यूरो से भी जांच कराई जाएगी।