भोपाल
राजनीति में एक तरफ जहां नेता उम्रदराज होने के बावजूद पद और चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक रहे है, वही दूसरी तरफ कमलनाथ सरकार में सहकारिता और संसदीय कार्य मंत्री गोविंद सिंह ने बड़ा एलान किया है| उन्होंने कहा कि वे अब अगला विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे| हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नही किया है कि भविष्य में वे लोकसभा या राज्यसभा का चुनाव लड़ेंगें या नही।
आज मीडिया से चर्चा करते हुए गोविंद सिंह ने ऐलान करते हुए कहा कि अब वह अगला विधानसभा चुनाव नही लड़ेंगे। राजनीति में 35 साल हो गए, कर्मचारी भी 35 साल में रिटायर हो जाते है। हालांकि उन्होंने कहा कि वे राजनीति में हमेशा सक्रिय रहेंगे। वही उन्होंने कहा कि युवाओं को मौका मिलना चाहिए।
मंत्री डॉ गोविंद सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और ग्वालियर चम्बल क्षेत्र से आते हैं| गोविन्द सिंह को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का समर्थक माना जाता है| राजनीति के लम्बे अनुभव के कारण ही उन्हें मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें अपने कैबिनेट में शामिल किया और प्रमुख विभागों की जिम्मेदारी भी सौंपी| भिंड जिले की लहार से विधानसभा चुनाव जीतने वाले गोविंद सिंह के विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने के एलान से अब क्षेत्र में नए दावेदार देखने को मिलेंगे| गोविन्द सिंह दिग्विजय सिंह के शासन काल में कई विभागों को संभाल चुके हैं। मध्यप्रदेश की विधानसभा में लगातार सातवीं बार जाने पर उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया। गोविंद सिंह अपनी साफगोई के लिए जाने जाते हैं, फिर चाहें विपक्ष पर सवाल खड़े करना हो या खुद अपनी खामियों को स्वीकार करना हो। मंत्री राजनीति में चरण वंदना की परंपरा से भी परहेज करते हैं और उन्होंने अपने बंगले पर बाकायदा इसको लेकर नोटिस लगा रखा है|