जो शराबबंदी बंद करना चाहेगा, जनता उसे कूड़े में फेंक देगी : सुशील मोदी

पटना
‘नशा मुक्ति दिवस पर ज्ञान भवन में आयोजित राजकीय समारोह में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में शराबबंदी का निर्णय कोई समान्य निर्णय नहीं था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस हिम्मत को इतिहास याद रखेगा। उन्होंने कहा कि जो इसे खत्म करना चाहेगा, जनता उसे कूड़े के ढेर पर फेंक देगी।

श्री मोदी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी, जीएसटी और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले किये तो नीतीश कुमार ने शराबबंदी लागू की। ऐसे निर्णयों के लिए मजबूत इरादा चाहिए। नीतीश कुमार को इसके लिए धन्यवाद दूंगा। जब यह फैसला लागू हुआ तो हमलोग विपक्ष में थे लेकिन हमारा पूर्ण समर्थन था। नीतीश कुमार जी से कहूंगा कि आपके कदम डगमगाएं नहीं, हम साथ हैं, बिहार की जनता आपके साथ है। उन्होंने खुशी जाहिर की कि आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री जगमोहन रेड्डी ने बिहार की सफलता देख आंध्र में भी क्रमबद्ध तरीके से शराबबंदी की पहल शुरू की है। अभी बिहार समेत देश के पांच राज्यों में शराबबंदी लागू है। इनमें गुजरात में आंशिक बंदी है।

मौके पर मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान निरंतर चलना चाहिए और अब पुलिस तथा उत्पाद के अफसरों को नेतृत्व करना चाहिए। मुख्य सचिव दीपक कुमार ने अफसरों को इसे और सख्ती से लागू करने तथा इंटेलिजेंस को और मजबूत करने को कहा। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि शराबबंदी के बाद बिहार में शांति से क्रांति हो रही है। शराबबंदी के संकल्प को जमीन पर उतारने में पुलिस शिद्दत से जुटी है। पुलिस के जो लोग इसे तोड़ने में कहीं लिप्त पाये जा रहे हैं, उन पर कड़ा एक्शन हो रहा है। गृह व मध्य निषेध विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने अतिथियों का स्वागत किया। किलकारी के बच्चों ने रमेश चन्द्रा लिखित गीत की प्रस्तुति की तथा राजस्थान के कलाकारों ने कठपुतली नृत्य पेश किया। मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष वर्मा व अनुपम कुमार, ओएसडी गोपाल सिंह, मद्य निषेध आयुक्त बी कार्तिकेय समेत बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद रहे। संचालन सोमा चक्रवर्ती ने किया।

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