रायपुर
कोरिया जिले का गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान प्रदेश का चाैथा टाइगर रिजर्व घोषित हो गया है। इसके अलावा सीसीएफ वाइल्ड लाइफ से अलग अब हर टाइगर रिजर्व में फील्ड डायरेक्टर सीसीएफ की तैनाती होगी। ये फैसले किए गए हैं रविवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई राज्य वन्य जीव बोर्ड की बैठक में, इसमें वनमंत्री मो. अकबर भी थे। बोर्ड द्वारा ये फैसले बाघों की संख्या बढ़ाने को ध्यान में रखकर किए गए हैं। प्रदेश में अब तक अचानकमार, उदंती सीतानदी और इंद्रावती में टाइगर रिजर्व थे।
उदंती-सीतानदी के फील्ड डायरेक्टर का मुख्यालय गरियाबंद, अचानकमार टाइगर रिजर्व का मुख्यालय कोच और इंद्रावती टाइगर रिजर्व को फील्ड डायरेक्टर का मुख्यालय बीजापुर होगा। बैठक में लेमरू हाथी रिजर्व गठन की अधिसूचना जारी होने की जानकारी भी दी गई। इस रिजर्व का गठन कोरबा, कटघोरा, धरमजयगढ़ व सरगुजा वनमंडल के वनक्षेत्र को मिलाकर होगा (कुल क्षेत्रफल एक हजार 995 वर्ग किमी)।
राजकीय पशु वनभैंसा की संख्या बढ़ाने के लिए असम के मानस रिजर्व से 5 मादा वनभैंस लाने की भी अनुमति बैठक में दी गई। राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना के शुभंकर और गिद्धों के संरक्षण के लिए भी चर्चा की गई। उदंती-सीतानदी में बाघ तो हैं, लेकिन हिरण-चीतल ज्यादा नहीं। इस वजह से बाघ अक्सर ओडिशा के जंगल में चले जाते हैं। उन्हें रोकने के लिए यहां हिरण-चीतल जैसे वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया है। सीएम बघेल ने जानवरों के लिए जलस्रोतों को विकसित करने के निर्देश दिए।