मुंबई
महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई अब सुप्रीम कोर्ट में लड़ी जा रही है. अब सुप्रीम कोर्ट का फैसला ही तय करेगा कि महाराष्ट्र में आगे क्या होगा? लिहाजा सुप्रीम कोर्ट में कानूनी जंग जीतने के लिए राजनीतिक पार्टियां पुरजोर कोशिश कर रही हैं. सूत्रों के मुताबिक मुंबई के रेनेसां होटल में एनसीपी के विधायकों से हलफनामा लिया गया है, जिसको सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जाएगा.
एनसीपी ने शिफ्ट किए विधायक
मुंबई के रेनसां होटल में रविवार को दिनभर गहमागहमी का माहौल रहा. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं का यहां आना-जाना लगा रहा. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार खुद इस होटल में पहुंचे और एनसीपी के विधायकों से बात की. इस होटल में एनसीपी के कितने विधायक हैं इसकी जानकारी अबतक नहीं हो पाई है. लेकिन एनसीपी को लगातार अपने विधायकों के टूटने का डर सता रहा है. इसी वजह से देर शाम तक एनसीपी ने अपने विधायकों को होटल रेनसां से होटल हयात शिफ्ट करने का फैसला लिया. रात के 10 बजते-बजते एनसीपी के सभी विधायकों को हयात होटल में शिफ्ट कर दिया गया.
विधायकों से हलफनामे पर दस्तखत
सूत्रों के मुताबिक रेनसां होटल से हयात होटल शिफ्ट करने से पहले वहां मौजूद सभी एनसीपी विधायकों से एनसीपी विधायकों से एक हलफनामे पर दस्तखत करवाया गया. इस हलफनामे को अदालत में पेश किया जाएगा. हालांकि इस हलफनामें क्या लिखा है इसकी जानकारी अभी तक नहीं हो पाई है.
एनसीपी को सता रहा जासूसी का डर
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को अपने विधायकों के जासूसी का डर सता रहा है. रेनसां होटल में जहां एनसीपी के विधायक ठहरे थे वहां पर सादे कपड़ों में एक पुलिसकर्मी को देखा गया था. इस दौरान एनसीपी नेताओं और पुलिसकर्मी के बीच बहस भी हुई. जासूसी की कथित खबरें आने के बाद ही एनसीपी ने अपने विधायकों को रेनेसां होटल से हयात होटल में शिफ्ट करने का फैसला किया था.
अजित पवार ने जताया था समर्थन का भरोसा
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने रविवार को कहा था कि बीजेपी-एनसीपी महाराष्ट्र में स्थायी सरकार देगी और राज्य की जनता के कल्याण के लिए काम करेगी. इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया था कि वे एनसीपी में हैं और हमेशा एनसीपी में ही रहेंगे. इसके अलावा उन्होंने अपना नेता शरद पवार को बताया था.