अहमदाबाद/ चेन्नै
गुजरात के अपने एक आश्रम में बच्चों को 'कैद' करके विवादों में आए स्वयंभू स्वामी नित्यानंद लापता हैं। गुजरात पुलिस ने दावा किया है कि नित्यानंद नेपाल के रास्ते विदेश भाग गए हैं। उनके साथ 19 वर्षीय लड़की भी नेपाल भाग गई है। आलीशान जीवनशैली के लिए मशहूर नित्यानंद अपने शिव भक्तों में भगवान शिव और कृष्ण भक्तों के लिए मुरलीधर थे जिनकी बंसी को सुनकर गोपिकाएं रास करने लगती थीं।
रेप और अपहरण के आरोपी नित्यानंद अपने भक्तों के लिए भगवान की तरह से थे जिनका भरोसा उन्होंने तोड़ा है। उधर, जिन लोगों ने नित्यानंद के गायों को संस्कृत बुलवाने के दावे वाले वायरल विडियो देखे हैं, उनके लिए वह विलेन की तरह से हैं। नित्यानंद कई लोगों के लिए कई तरह से थे। हालांकि पिछले कई वर्षों में सुनियोजित तरीके से उनको मिली प्रसिद्धी के पीछे छिपे राज के बारे में बहुत कम जानकारी लोगों को पता है।
'ज्योतिषी ने कहा था, आध्यात्म के शिखर पर पहुंचेंगे'
नित्यनांद के बचपन का नाम ए राजेशेखरन था और उनका जन्म वर्ष 1977 (कुछ लोगों का 1978 दावा) में तिरुवन्नमलाई में हुआ था। यह भगवान अरुनाचलेश्वर का आध्यात्मिक कस्बा है। यही पर नित्यानंद ने पढ़ाई भी की थी। घर के बाद कई आश्रमों में रहने के बाद वह योगी बन गए। माना जाता है कि सुनियोजित तरीके से नित्यनांद ने आध्यात्म का रुख किया। दावा किया जाता है कि पढ़ाई के दौरान एक ज्योतिषी ने उनको कहा था कि वह आध्यात्म के उच्चतम शिखर पर पहुंचेंगे।
इसके बाद राजशेखरन उर्फ नित्यानंद चेन्नै के रामकृष्ण मठ पहुंचे और संन्यास लेना चाहा लेकिन इसमें उन्हें काफी टाइम लग रहा था। उन्होंने जल्दी दीक्षा लेना चाहा लेकिन मठ ने मना कर दिया। राजशेखरन ने मठ छोड़ दिया। वह कई वर्षो तक उत्तर भारत के आश्रमों और मठों में विचरण करते रहे। इस दौरान उन्होंने अपनी आध्यात्म की समझ और संवाद कला को निखारने पर फोकस किया। वर्ष 1990 के आसपास वह तमिलनाडु लौट आए।
स्वामी नित्यानंद का सेक्स टेप हुआ था वायरल
नित्यानंद ने इरोड के पास अपना मठ बनाया। इसके बाद वह तमिल लेखक वालमपुरी जॉन के संपर्क में आए और लेख लिखना शुरू कर दिया। माना जाता है कि यह लेख उनके किसी चेले ने लिखे ताकि स्वामी नित्यानंद की ब्रैंडिंग की जा सके। नित्यानंद के ऑस्ट्रेलिया और यूएस में भक्त बन गए। इसके बाद स्वामी नित्यानंद ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। तमिलनाडु में ही उनके 15 आश्रम बन गए। बड़ी संख्या में उद्योगपतियों ने उन्हें जमीन मुफ्त में दे दी। नित्यानंद ने अन्य राज्यों में भी अपना आश्रम बनाना शुरू कर दिया।
पैसा और प्रसिद्धि बढ़ने के साथ ही उनके सेवकों में कई दुश्मन भी पैदा हो गए। उसमें से एक ने उनके बेडरूम में कैमरा लगा दिया। इसके बाद वर्ष 2010 में एक ऐक्ट्रेस के साथ उनका सेक्स टेप वायरल हो गया। वर्ष 2012 में उनकी एक भक्त ने रेप का आरोप लगाया। नित्यानंद ने दावा किया कि वह नपुसंक हैं लेकिन जांच में वह गलत साबित हुए। नित्यानंद को जाने वाले एक पत्रकार ने कहा कि नित्यानंद के आश्रम में भक्तों के लिए बनाए कोर्स सुनियोजित तरीके से बनाए गए थे।
महिलाओं को नित्यानंद के साथ सोने को विशेष कोर्स
उन्होंने कहा कि भक्तों का ब्रेनवॉश किया जाता था। यही नहीं खूबसूरत महिलाओं को नित्यानंद के साथ सोने के लिए सहमत करने हेतु विशेष कोर्स डिजाइन किए गए थे। इन महिलाओं से कहा जाता था कि नित्यानंद के साथ सोने का धार्मिक महत्व है। ऐसी भी चर्चा है कि नित्यनांद अपने महिला भक्तों से एक कॉन्ट्रैक्ट पर साइन कराते थे जिसमें कहा जाता था कि महिलाएं अपने स्वामी के साथ 'यौन दीक्षा' ले रही हैं।
नित्यानंद के अहमदाबाद आश्रम की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि आश्रम के अंदर 6 विदेशी हेयर ड्रेसर और मेकअप आर्टिस्ट थे जो रात 3 बजे होने वाली रासलीला के लिए गोपिका और शिव की तरह से सजाते थे। नित्यानंद के प्रभाव का असर यह था कि सेक्स टेप आने के बाद भी उन्होंने शैव समाज का नेतृत्व करने मदुरई के पुजारी को अपना उत्तराधिकारी बनाने के लिए सहमत कर लिया था। नित्यानंद ने एक समय दावा किया था कि वह जल्द ही शेर, बाघ, बंदर और गाय बनाएंगे।