नई दिल्ली
डेटा लीक के मामले नए नहीं हैं लेकिन अब डार्क वेब पर एक सर्वर का पता चला है, जिसमें 120 करोड़ लोगों के पर्सनल डीटेल्स सेव हैं। इन लोगों के मोबाइल नंबर से लेकर सोशल मीडिया अकाउंट, ईमेल अड्रेस और वर्क हिस्ट्री तक के डीटेल्स डार्क वेब पर शेयर किए गए हैं। लाखों सोशल मीडिया प्रोफाइल्स के अलावा करीब 5 करोड़ मोबाइल नंबर और 62.2 करोड़ ईमेल अड्रेस भी इसपर लीक किए गए हैं, जो इसे एक सोर्स से हुआ सबसे बड़ा लीक बनाता है।
डार्क वेब रिसर्चर की ओर से इस डेटा लीक का पता लगाया गया और उन्होंने पाया कि हैकर्स की ओर से इतनी जानकारी दी गई है कि इसके आधार पर अपनी पहचान को किसी और से बदला जा सकता है। Wired की रिपोर्ट के मुताबिक, रिसर्चर विनी ट्रोइया ने अक्टूबर में इसका पता लगाया, जब वह अपने साथी सिक्यॉरिटी रिसर्चर बॉब डायचेंको के साथ वेब स्कैनिंग सर्विसेज बाइनरीएज और शोडन का इस्तेमाल कर रही थीं। उन्होंने कबा कि पहली बार इतने बड़े स्तर पर सोशल मीडिया प्रोफाइल और बाकी डीटेल्स एकसाथ देखने को मिले हैं।
अकाउंट हाइजैक करना आसान
ट्रोइया ने कहा, 'अटैकर के नजरिए से देखा जाए तो अगर किसी व्यक्ति की पहचान चुरानी हो या उनके अकाउंट्स को हाइजैक करना हो तो आपके पास उनका नाम, फोन नंबर और अकाउंस से जुड़ा यूआरएल भी मौजूद है।' उन्होंने और डायचेंको ने करोड़ों अकाउंट डीटेल्स दिखे, जो 120 करोड़ लोगों से जुड़े थे। 4 टेराबाइट से ज्यादा साइज वाले इस डेटाबेस को लीक करने वाले सोर्स का पता नहीं लगाया जा सकता है और इस सर्वर को गूगल क्लाउड सर्विसेज की मदद से ही ट्रैक किया जा सकता है।