रायपुर
छत्तीसगढ़ मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार डॉ. श्रीकांत राजिमवाले के खिलाफ शिकायतें हुई हैं। यह भी कहा गया है कि डॉ. राजिमवाले पूर्व मुख्यमंत्री के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता को बचाने में लगे हैं। दूसरी तरफ वहां की कमेटी डेढ़ साल पहले से भंग हो चुकी है, पर इसकी जानकारी शासन-प्रशासन तक नहीं दी जा रही है। ऐसे में वहां उनके माध्यम से होने वाले कामों पर सवाल उठने लगे हैं।
डॉ. राजिमवाले पिछले 17 वर्षों से मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार के पद पर काबिज हैं। इसके अलावा वे फामेर्सी, नर्सिंग काउंसिल का काम वर्षों से देख रहे हैं। स्मार्ट कार्ड योजना से एडिशनल सीईओ विजेंद्र कटरे को हटाने के बाद यह प्रभार भी उनके पास चला गया है। डॉ. राजिमवाले एक साथ कई महत्वपूर्ण प्रभार पर बने हुए हैं। इतना ही नहीं, वे अपना दफ्तर किराए से अपने एक रिश्तेदार के निजी अस्पताल के आसपास ही संचालित कर रहे हैं।