रायपुर
रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट (Swami Vivekananda Airport)) में खड़ा एक बांग्लादेशी विमान (Bangladeshi aircraft) यहां की एयरपोर्ट अथॉरिटी के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है. चार साल पहले हुई इमरजेंसी लैंडिंग (Emergency Landing) के बाद बांग्लादेश (Bangladesh) अपने इस विमान को ले जाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है. हालत ये है कि विमान का पार्किंग किराया अब 1 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है. रायपुर एयरपोर्ट (Raipur Airport) में खड़ा बांग्लादेशी विमान पिछले चार सालों से अपने देश जाने के लिए इंतज़ार कर रहा है. लेकिन एयरलाइंस कंपनी (Airlines Company) इसे ले जाना ही नहीं चाहती. मालूम हो कि ढाका (Dhaka) से मस्कट (Muscat) जा रहे इस विमान की 7 अगस्त 2015 को रायपुर में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी. इसे ले जाने के लिए बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) और एयरलाइंस कंपनी को कई बार ई-मेल भेजे गए लेकिन कंपनी ने अब जवाब देना ही बंद कर दिया है.
बांग्लादेशी एयरलाइंस के इस विमान से एक इंजन खराब होकर गिर गया था, जिसकी वजह से इसकी इमरजेंसी लैंडिंग 7 अगस्त 2015 को रायपुर एयरपोर्ट पर कराई गई थी. बाद में एयरलाइंस ने दूसरा नया इंजन भी लगा दिया और विमान को रनवे पर दौड़ाकर भी देखा गया. सबकुछ ठीक होने के बाद इसे रनवे से काफी दूर खड़ा कर दिया गया है. लेकिन विमान के ठीक होने के बाद भी कंपनी इसे ले जाने के लिए कोई जवाब नहीं दे रही है. पहले रनवे के पास खड़ा होने की वजह से बाकी फ्लाइट्स को लैंड और टेक ऑफ करने में काफी दिक्कत हो रही थी, इसलिए विमान को अब एयरपोर्ट के एक कोने में खड़ा कर दिया गया है.
स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के निदेशक राकेश सहाय का कहना है कि विमान का इंजन भी बांग्लादेश से आये इंजीनियरों ने बदला था लेकिन बावजूद इसके एयरलाइंस कंपनी इस विमान को वापस लेकर नहीं जा रही है. अब विमान का पार्किंग किराया ही 1 करोड़ तक पहुच गया है.