बेंगलुरु
कर्नाटक में कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार चलाने वाली जेडीएस अब पाला बदलने के मूड में नजर आ रही है। मंगलवार को जेडीएस के वरिष्ठ नेता बसवराज होराती ने कहा कि पांच दिसंबर के उपचुनाव परिणामों के बाद अगर बीएस येदियुरप्पा नीत बीजेपी सरकार को विधायकों की संख्या कम पड़ती है तो पूरी संभावना है कि उनकी पार्टी येदियुरप्पा सरकार का समर्थन करेगी।
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले विधान परिषद् सदस्य होराती का मानना है कि किसी भी दल के विधायक मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते। होराती ने कहा,‘कुमारस्वामी और देवगौड़ा ने कहा है कि वे सरकार को नहीं गिरने देंगे।’ उन्होंने कहा,‘उनके बयान के आधार पर मेरा कहना है कि अगर बीजेपी के पास संख्या बल की कमी होती है तो पूरी संभावना है कि जेडीएस उनके शेष साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल के दौरान समर्थन दे सकता है, मैं अब भी इस पर कायम हूं।’
'कोई नहीं चाहता मध्यावधि चुनाव'
होराती ने कहा कि तीन राजनीतिक दलों- बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस का कोई भी विधायक सरकार गिराने के लिए तैयार नहीं है और कोई भी मध्यावधि चुनाव नहीं चाहता। उन्होंने कहा, ‘कोई भी सरकार सत्ता में रहे, विधायकों का मानना है कि उनका विधायक का पद शेष साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल तक रहे।’
बीजेपी को लेकर नरम हुआ जेडीएस!
इसे बीजेपी के प्रति जेडीएस का रुख नरम होने के तौर पर देखा जा रहा है। जेडीएस के संरक्षक एच डी देवगौड़ा ने कहा था कि वह कर्नाटक में मध्यावधि चुनाव नहीं चाहते और चाहते हैं कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा करे क्योंकि इससे उन्हें पार्टी को मजबूत करने का समय मिल जाएगा। उनके बेटे और पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने भी हाल में कहा था कि जेडीएस सरकार को नहीं गिराना चाहेगा।