नई दिल्ली
नेपाल में अगले माह होने वाले दक्षिण एशियाई खेलों में शामिल वेटलिफ्टिंग से टोक्यो ओलंपिक क्वालिफाइंग का स्तर हटा लिया गया है। यह जानकारी खुद आयोजनकर्ताओं ने सोमवार को भारतीय ओलंपिक संघ को दी। जिसके चलते इंडियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन ने ओलंपिक क्वालिफिकेशन की कतार में खड़ीं पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू और यूथ ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट जेरमी लालरिनुनगा को इन खेलों में भाग लेने से रोक दिया है। पड़ोसी देशों की गलतियों के चलते सैफ खेलों में वेटलिफ्टिंग से सिल्वर लेवल का ओलंपिक क्वालिफिकेशन स्तर हटाया गया है।
मीराबाई चानू और जेरमी ओलंपिक क्वालिफाइंग होने के कारण सैफ खेलों की तैयारियों में जुटे थे। फेडरेशन ने दोनों का टीम में चयन भी कर लिया, लेकिन आयोजनकर्ताओं ने आईओए को जानकारी दी कि उन्हें वेटलिफंर्टग का ओलंपिक क्वालिफाइंग हटाना पड़ रहा है। इसके बाद फेडरेशन ने मीरा और जेरमी को रोकते हुए इन खेलों के लिए टीम बदल दी।
अंतरराष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आईडब्लूएफ) के नियमों के तहत सिल्वर लेवल ओलंपिक क्वालिफाइंग इवेंट के लिए भाग लेने वाले देशों को दो माह पहले अपने लिफ्टरों के व्येहर अबाउट भेजने पड़ते हैं। इसी के अनुसार आईडब्लूएफ उनका डोप टेस्ट कराया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि भारत को छोड़कर ज्यादातर पड़ोसी देशों ने अपने लिफ्टरों के व्हेयर अबाउट नहीं भेजे। जब आयोजकों को जब इसका पता लगा तो वेटलिफ्टिंग इवेंट के आयोजन पर ही संकट के बादल मंडराने लगे। बिना व्हेयर अबाउट के आईडब्लूएफ इवेंट को मंजूरी नहीं देता। इवेंट आयोजित करने के लिए आयोजकों ने इसका हल ओलंपिक क्वालिफिकेशन हटाकर निकाला।
मीरा और जेरमी का सैफ खेलों में नहीं खेलना झटका है, लेकिन इसकी भरपाई साल के अंत में दोहा में होने वाले एक अन्य ओलंपिक क्वालिफाइंग में खेलकर कर की जाएगी। फेडरेशन ने अहतियातन दोहा के लिए दोनों की एंट्री भेज दी थी। अगर यहां एंट्री नहीं भेजी जाती तो मीरा और जेरमी का ओलंपिक क्वालिफिकेशन खतरे में पड़ जाता।