रायपुर
प्रदेश के स्कूलों में 7 हजार से अधिक व्याख्याता पदोन्नति से दूर हैं और वे सभी प्राचार्य के पदों पर पदोन्नत करने की मांग कर रहे हैं। उनके एक प्रतिनिधि मंडल ने स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम से मिलकर अपनी समस्याएं बताई। इस दौरान प्रतिनिधि मंडल ने समयमान वेतनमान के साथ अपनी और कई मांगे रखी। मंत्री ने उन्हें उनकी समस्याएं दूर करने का आश्वासन दिया है।
छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश शर्मा के नेतृत्व में व्याख्याताओं का एक प्रतिनिधि मंडल स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम से मिला। व्याख्याताओं ने बताया कि प्रदेश में करीब 4 हजार नियमित व्याख्याता (ई-संवर्ग)एवं 32 सौ नियमित व्याख्याता (टी-संवर्ग) को पदोन्नति नहीं मिल पा रही है। ऐसे में पदोन्नति के पदों को भरने 50 फीसदी प्रतीक्षा सूची से जारी की जाए। वहीं हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, जीविज्ञान, वाणिज्य के व्याख्याताओं के स्कूलों में कम से कम 2 पद रखे जाए।
उन्होंने बताया कि समयमान वेतनमान का मामला उच्च श्रेणी शिक्षा (प्रथम नियुक्ति) का संयुक्त संचालक एवं व्याख्याता (प्रथम नियुक्ति) का संचालनालय में अटका पड़ा है। हाईस्कूल एवं हायर सेंकण्डरी परीक्षा में पर्यवेक्षक का मानदेय 40 रुपये से बढ़ाकर 90 रुपये करने की मांग अधूरी है। हाईस्कूल एवं हायर सेंकण्डरी स्कूल के सेटअप का पुनर्गठन नहीं हो पाया है। इसके अलावा अर्जित अवकाश 10 दिन से बढ़ाकर 20 दिन करने और आंध्रप्रदेश की तर्ज पर इलाज के लिए 2 लाख तक कैसलेस कार्ड जारी करने की मांग की।