महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में सरकार बनने में जितनी देर हो रही है, उस बीच राजनीति लगातार दिलचस्प होती जा रही है. भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़ सरकार बनाने का सपना देख रही शिवसेना को NCP प्रमुख शरद पवार के बयान से झटका लग सकता है. सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद शरद पवार का कहना है कि उनके पास सरकार बनाने के लिए बहुत समय है, अभी किसी और के साथ सरकार बनाने की चर्चा नहीं हुई है.
आज की बैठक से बनेगी बात!
सोनिया गांधी और शरद पवार की मुलाकात के बाद से जिस रास्ते को तलाशा जा रहा है, उसकी भूमिका तैयार करने के लिए आज एनसीपी-कांग्रेस के नेता साथ बैठेंगे. अजित पवार, जयंत पाटिल, प्रफुल पटेल समेत एनसीपी के अन्य नेता दिल्ली में आज कांग्रेस के अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण और बालासाहेब थोराट से मिलेंगे. नेताओं के बीच राज्य में सरकार गठन को लेकर चर्चा होगी.
शिवसेना के साथ क्या होगा?
शिवसेना लगातार उम्मीद लगाए बैठे है कि जल्द ही राज्य में सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री उनका होगा. लेकिन एनसीपी और कांग्रेस के साथ अभी बातचीत चल ही रही है. शरद पवार के सोनिया गांधी से मिलने के बाद शिवसेना के संजय राउत भी उनसे मिलने पहुंचे थे, राउत ने मुलाकात के बाद कहा कि सभी पार्टियां चाहती हैं कि राज्य से राष्ट्रपति शासन खत्म होना चाहिए.
पवार के दिल में क्या है?
महाराष्ट्र की सियासत ने जब सोमवार को दिल्ली में कदम रखा तो हर किसी को उम्मीद थी सरकार बनाने का रास्ता निकलेगा. लेकिन यहां पर भी इंतजार ही हाथ लगा, जब शरद पवार सोनिया गांधी से मिलकर आए तो उन्होंने कहा कि अभी सरकार बनाने पर बात नहीं हुई है. पवार बोले कि अभी कांग्रेस-एनसीपी ने आपस में बात की है, आगे की रणनीति के लिए दोनों पार्टी के नेता आपस में बात करेंगे.
जब शरद पवार से पूछा गया कि शिवसेना दावा कर रही है कि उनके पास 170 विधायकों का समर्थन है, तो शरद पवार ने जवाब दिया कि मुझे नहीं पता कि उनके पास ये नंबर कहां से आया है.