नई दिल्ली
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने रविवार को कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्थओं में बदलाव की जरूरत है ताकि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का मुकाबला कर कार्बन उत्सर्जन को शून्य किया जा सके।
जलवायु परिवर्तन पर उनकी आनेवाली किताब जो अगले जून में रिलीज हो रही है, उसके बारे में बात करते हुए गेट्स ने कहा कि कार्बन उत्सर्जन को घटा कर उसे शून्य पर लाना एक चुनौतीपूर्ण काम है।
गेट्स ने कहा- “ज्यादातर ऊर्जा जिसका हम इस्तेमाल करते हैं वह कोयला, प्राकृतिक गैस या फिर गैसोलीन से आती है। लेकिन, जब आप कार्बन उत्सर्जन को जीरो करना चाहेंगे तो आपको इन स्त्रोतों से छुटकारा पाकर न्यूक्लियर, रिन्यूएबल या फिर हैड्रो एनर्जी की ओर रूख करना होगा। इसे घटाने के लिए काफी नई खोज की जरूरत है। हमने कई अन्वेषण किए हैं। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से निपटने के ले हमें इन खोजों को तेज करना होगा। वह तब तक नहीं होगा जब तक आप कदम नहीं उठाते हैं। ”
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ रविवार को हुई बातचीत का हवाला देते हुए उन्होंने कहा- मैं बिहार के मुख्यमंत्री से आज मिला और वे जलवायु परिवर्तन को कम करने के रास्ते बता रहे थे। जब मैं सिएटल, वाशिंगटन डीसी या पेरिस में था तो वहीं पर यह एक बड़ा मुद्दा था। लेकिन, मैं ये उम्मीद नहीं कर रहा था कि इसे पटना में सुनेंगे। युवा जलवायु परिवर्तन को लेकर उठ रहे हैं। लेकिन, दुर्भाग्य से इससे जो आर्थिक वृद्धि पर पर असर होता है उसका सबसे ज्यादा शिकार गरीब लोग होते हैं।