दंतेवाड़ा
जिले के पोटाली गांव को अब नक्सलमुक्त करने की कोशिश में सुरक्षाबल डटे हुए हैं। इस गांव में फोर्स को ग्रामीणों का विरोध भी झेलना पड़ा है। हालांकि लोगों का दिल जीतने की कोशिश जवान कर रहे हैं रविवार को नक्सलियों याद में बनाए गए स्मारक तोड़े गए। इस गांव के कुछ हिस्सों में नक्सलियों ने मारे गए साथियों की याद में स्मारक बना रखे थे। महिला जवानों की टीम ने दम दिखाते हुए इन स्मारकों को गिरा दिया।
मिच्चीपारा में नक्सली स्मारक तोड़ने के बाद रविवार को धनिकरका में मारे गए आइईडी एक्सपर्ड वर्गिस और लिंगा के स्मारक को दंतेश्वरी फाइटर (महिला फोर्स) व अन्य जवानों ने तोड़ा। पोटाली हमेशा से नक्सलियों का आधार वाला इलका रहा है नक्सली अपने मारे गये साथियों का अंतिम संस्कार इसी क्षेत्र में करते थे। अब कैम्प खुलने के बाद इस क्षेत्र में जवानों की सर्चिंग बढ़ गई है।
पोटाली में पुलिस के कैंप का विरोध जारी है। दूसरी तरफ नरम रवैया अपनाते हुए पुलिस दवाएं और जरूरत का सामान लेकर आदिवासियों के बीच जा रही है। लोगों से पूछा भी जा रहा है कि उन्हें क्षेत्र में किस तरह की सुविधाएं चाहिए। हाल ही में इस इलाके में फोर्स के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन हुआ था, जिसमें जवानों को हवाई फायर भी करना पड़ा था। दंतेवाड़ा एसपी डॉ अभिषेक ने इसे माओवादियों के इशारे पर प्रदर्शन करार दिया था।