बिलासपुर
कोनी स्थित पशु वीर्य संग्रहालय में रविवार को अचानक बंदर घुस आने से हड़कंप मच गया। कार्यालय में चौकीदार के अलावा एक-दो कर्मचारी थे जो बंदर को देखकर सकते में आ गए। उसे भगाने की तमाम कोशिशें नाकाम होने पर वन विभाग की मदद ली गई। सूचना मिलते ही कानन पेंडारी जू की रेस्क्यू टीम संग्रहालय पहुंची। इसके बाद रेस्क्यू शुरू हुआ। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद जाली डालकर बंदर को पकड़ लिया गया।
दोपहर को अचानक बंदर संग्रहालय के एक कक्ष में आकर बैठ गया। एकाएक बंदर को देखकर कर्मचारियों के होश उड़ गए। वे दहशत में आकर उसे भगाने लगे। लेकिन वह टस से मस नहीं हुआ। उसके नजदीक आने पर आक्रमक भी होने लगा। जिसे देखकर कर्मचारियों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। कर्मचारियों की परेशानी देखते हुए रेस्क्यू टीम को कोनी के लिए रवाना किया गया। जब टीम वहां पहुंची और जाल डालने के लिए इधर हटाने लगी तब समझ आया कि उसे चोट लगी है। जाली से पकड़ में आते ही उसे पिंजरे में डाल दिया गया। इसके बाद उसे लेकर जू के लिए रवाना हो गई। जू पहुंचने के बाद पता चला कि उसके कमर में चोट है और वह एक कदम भी चलने की स्थिति में नहीं है। इसलिए उसका उपचार भी कराया गया।