अयोध्या
श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष एवं मणिराम छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास पर अभद्र टिप्पणी करने वाले तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास को छावनी से बहिष्कृत कर दिया गया है। यह घोषणा खुद आचार्य पीठ तपस्वी जी की छावनी रामघाट के महंत सर्वेश्वर दास ने की।
श्री दास ने शनिवार को संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा कि परमहंस दास का वास्तविक नाम उदय नारायण दास है। परमहंस ने फर्जी रूप से अपने अपने को महंत घोषित कर लिया है। इतना ही नहीं वह खुद को जगतगुरु भी बताते हैं। श्री दास ने कहा कि उन्होंने कभी लिखित रूप से परमहंस को उत्तराधिकारी महंत नहीं घोषित किया है। आश्रम में रहकर सेवा करने का काम उन्हें सौंपा गया था। इसको न निभा कर वह फर्जी रूप से जगतगुरु बनने का नाटक कर रहे हैं। अयोध्या की सनातन परंपरा के गौरव को नष्ट कर रहे हैं। महंत नृत्य गोपाल दास पर आरोप लगाए हैं। ऐसे में तपस्वी छावनी से उनका बहिष्कार किया जाता है। अयोध्या के संतों से भी अनुरोध है कि परमहंस का बहिष्कार करें।