नई दिल्ली
योगगुरु बाबा रामदेव ने अयोध्या पर आए फैसले के बाद राम मंदिर के लिए सरकार को समर्थन दिया है. उन्होंने अयोध्या विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आजतक से खास बातचीत की है. रामदेव ने देश में कानून व्यवस्था कायम रखने और शांति स्थापित करने के सरकार के प्रयासों की सराहना भी की है.
उन्होंने कहा कि मैं तो खुले तौर पर मोदी समर्थक हूं और कहता हूं कि अगर देश में नरेंद्र मोदी और अमित शाह का नेतृत्व न होता तो अयोध्या पर फैसला नहीं आता, हालांकि यह फैसला कोर्ट की ओर से दिया गया है और पूरी तरह संवैधानिक है. रामदेव ने कहा कि इतने बड़े फैसले के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और साहस चाहिए क्योंकि कानून व्यवस्था और इंतजामों का बंदोबस्त करना होता है, ये लल्लू-पंजू के बस की बात नहीं क्योंकि उन्हें पता ही नहीं देश कैसे चलता है.
भारत में 99% मुस्लिम धर्मांतरित
योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि भारत में 99 फीसदी मुस्लिम धर्मांतरित हैं और भगवान राम सिर्फ हिन्दुओं के नहीं बल्कि मुसलमानों के लिए भी श्रद्धेय हैं. रामदेव ने कहा कि कोर्ट का फैसला राष्ट्रीय एकता की दृष्टि से काफी अहम है.
रामदेव ने कहा कि देश का सबसे सुंदर भगवान राम का मंदिर अयोध्या में होने चाहिए और यह हम सभी का सपना है. उन्होंने कहा कि देश ही नहीं बल्कि अयोध्या के राम मंदिर को दुनिया के सबसे सुंदर धर्मस्थान के रूप में तैयार किया जाना चाहिए. रामदेव ने कहा कि राम सिर्फ एक मूर्ति नहीं बल्कि मर्यादा और चरित्र हैं और राम मंदिर भारतीय संस्कृति को दर्शाता हुआ होना चाहिए.
करोड़ों दान कर देंगे राम भक्त
अयोध्या पर आए फैसले के बाद रामदेव ने कहा कि भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए अगर कुछ और भूमि की जरूरत पड़े तो वह भी मिलनी चाहिए. साथ ही अगर संसाधन कम पड़ जाए तो मेरे जैसे राम भक्त हजारों करोड़ों रुपये दान देने के लिए तैयार हैं.
रामदेव ने कहा कि राम सिर्फ हिन्दुओं के पूज्यनीय नहीं हैं वह मुस्लिमों के लिए भी आदरणीय हैं. हमारा धर्म भले ही अगल हो लेकिन डीएनए और पूर्व एक ही हैं. उन्होंने कहा कि प्रमाणिकता के साथ कहता हूं कि भारत के 99 फीसदी मुस्लिमों में अपना ही स्वरूप देखता हूं क्योंकि सभी धर्मांतरित मुस्लिम हैं.
मंदिर निर्माण में सहयोग करें मुस्लिम
योगगुरु ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों को भी सहयोग करना चाहिए क्योंकि वह भी हमारे ही भाई हैं. उन्होंने कहा कि सामाजिक और राजनीतिक कारणों से मुस्लिमों का मजहब हमले अलग हुआ है लेकिन वह भी हमारे ही हैं. रामदेव ने कहा कि हिन्दुओं को भी अयोध्या में मस्जिद के निर्माण में मदद करनी चाहिए ताकि सामाजिक सौहार्द और भाईचारे की मिसाल कायम हो सके.
रामदेव ने कहा कि लोग पहले कहते थे कि अयोध्या पर फैसला आएगा तो बवाल हो जाएगा लेकिन आज स्थिति एकदम उलट है और सभी शांति से रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था कायम है और फैसला आने के बाद एक पत्थर भी नहीं फेंका गया. यह हालात साबित करते हैं कि भारत अब आगे बढ़ चुका है.