हरदा
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के हरदा जिले के शिक्षा विभाग में आए एक पत्र (Letter) से हड़कंप मचा हुआ है. भोपाल लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत (Jaishree Kiyawat) के नाम से जारी हुए इस पत्र में उनकी शासकीय सील भी लगी हुई है. पत्र में हरदा जिले के डीपीसी द्वारा महिला शिक्षकों को शैक्षणिक व्यवस्था के नाम पर अन्यत्र शालाओं में पदस्थ कर मानसिक रूप (Mentally) से परेशान (Harassment) किए जाने की शिकायत प्राप्त हुई है. पत्र में कहा गया है कि शैक्षणिक व्यवस्था के नाम पर या अन्य प्रकार से महिला शिक्षकों (Women Teachers) को अध्यापन कार्य के लिए बाहरी शालाओं में नहीं भेजा जा सकता. पत्र के मुताबिक किसी भी परिस्थिति में महिला शिक्षकों शाम 4:30 बजे बाद शाला में नहीं रोका जाए.
लोक शिक्षण संचनालय भोपाल के नाम से भेजा गया या पत्र 7 नवम्बर को भोपाल न्यू मार्केट टीटी नगर जीपीओ से स्पीड पोस्ट द्वारा हरदा भेजा गया था. हरदा जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को 13 नवंबर को यह पत्र मिलने के बाद सत्यापन के लिए भोपाल लोक शिक्षण कार्यालय भेजा गया, जहां से 14 नवम्बर को इस तरह के कोई भी आदेश पत्र जारी नहीं होने की बात कही गई. प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी वीके नरवरिया ने बताया की फर्जी पत्र का खुलासा होने के बाद 14 नवंबर को लोक शिक्षण संचनालय के संचालक गौतम सिंह द्वारा एक पत्र भेजकर फर्जी पत्र की जांच कर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ स्थानीय थाने में रिपोर्ट कराने की बात कही गई है.
शासकीय सील लगे हुए और बड़े अधिकारी के नाम से जारी हुए इस पत्र के फर्जी निकलने के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. जिले के कलेक्टर एस विश्वनाथन ने मीडिया से कहा कि किए पत्र आया था जिसमें कमिश्नर के हस्ताक्षर थे. देखने में ही यह पत्र फर्जी लग रहा था. उन्होंने इस मामले में साइबर सेल की मदद लेने की बात भी कही.